लखनऊ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हुसैनाबाद क्षेत्र में म्यूजियम का शिलान्यास करने के दौरान भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा नोटबंदी की वजह से भाजपा सरकार चुनाव में उतरने की हिम्मत नही दिखा पा रही है । मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार ने उप्र के किसी भी गांव और शहर में कोई काम नहीं किया है। देश में सिर्फ हम विकास का काम कर रहे हैं। किसी भी राज्य में इतना काम नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने जहां एक तरफ लखनऊ को तमाम बड़ी परियोजनाओं के जरिये संवारा है, वहीं पुराने लखनऊ के आकर्षण को भी निखारने का काम भी किया है। उन्होंने कहा कि हर शहर का पुराना हिस्सा अपने में वहां की संस्कृति तथा धरोहरें संजोये रहता है। ऐसे में उनका संरक्षण एवं उनका सौन्दर्यीकरण सरकार की जिम्मेदारी है क्योंकि पर्यटक अपने गन्तव्य स्थानों पर मौजूद ऐतिहासिक धरोहरों को देखने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि पुराने लखनऊ में हुसैनाबाद क्षेत्र में पड़ने वाले छोटा इमामबाड़ा, बड़ा इमामबाड़ा, भूलभुलैय्या, सतखण्डा, शीशमहल तालाब, घण्टा घर ऐसी कई पुरानी इमारतें हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। ये सभी इमारतें लखनऊ की पहचान हैं।
मुख्यमंत्री ने यह विचार लखनऊ के हुसैनाबाद क्षेत्र में म्यूज़ियम का शिलान्यास एवं हुसैनाबाद क्षेत्र के पुनर्विकास के लोकार्पण के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि ये सारा विकास कार्य रिकाॅर्ड समय में पूरा किया गया है। पुराने लखनऊ की ऐतिहासिक इमारतों, पार्काें, सड़कों, तालाबों आदि का सौन्दर्यीकरण करके यहां आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षक बनाया गया है। बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रूमी गेट जैसी इमारतों की लाइटिंग किये जाने से यह इलाका रात में भी सैलानियों को आकर्षित कर रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सतखण्डा, शीशमहल तालाब, पिक्चर गैलरी, घण्टा घर, टीले वाली मस्जिद आदि के सौन्दर्यीकरण से जहां पुराने लखनऊ की खूबसूरती निखरी है वहीं इन ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानने की रुचि लोगों में पैदा हुई है। अब लखनऊ देश के पर्यटन के नक्शे पर तेजी से एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में उभरा है। इसके बढ़ते आकर्षण से पर्यटन की गतिविधियां यहां पर तेज हो रही हैं, जिससे बड़े पैमाने पर रोज़गार भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ में बने नये स्थल जैसे डाॅ0 राम मनोहर लोहिया पार्क, जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमती रिवर फ्रण्ट, जय प्रकाश नरायण अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र भी अब आकर्षण के नये केन्द्र बनकर उभरे हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ अपनी तहज़ीब और खान-पान के लिए जाना जाता है। इसीलिए समाजवादी सरकार ने लखनऊ को तमाम बड़ी परियोजनाओं के माध्यम से संवारने का काम किया है। सरकार ने सिर्फ लखनऊ ही नहीं पूरे प्रदेश के पर्यटन स्थलों जैसे वृन्दावन, वाराणसी, गोवर्धन इत्यादि का भी विकास करवाने का काम किया है। आगरा-लखनऊ-वाराणसी हेरिटेज आर्क ने बड़े पैमाने पर सैलानियों को आकर्षित किया है।
प्रदेश में कराये जा रहे विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, लखनऊ मेट्रो, सी0जी0 सिटी, आई0टी0 सिटी कई महत्वपूर्ण योजनाएं साकार की हैं। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का विगत 21 नवम्बर को उद्घाटन किया जा चुका है। यह एक उच्च कोटि का निर्माण कार्य है, जिस पर आवश्यकता पड़ने पर फाइटर जेट्स उतारे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि 23 दिसम्बर से इसे लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। अब लोग कम समय में दिल्ली पहुंच सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक विश्वस्तरीय तीव्रगामी रोड सिस्टम है। भविष्य में इस एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ कारखानों की स्थापना की जाएगी, जिससे लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रभाव छोड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की अवस्थापना सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़कों का चैड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण करने के साथ-साथ पुलों, ओवर ब्रिजों तथा आर0ओ0बी0 का निर्माण किया गया है, जिसके चलते अब यातायात आसान हो गया है। जिला मुख्यालयों को 4-लेन सड़कों से जोड़ा गया है। प्रदेश में बिजली की व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए इसे सुदृढ़ बनाया गया है और अब शहरों को 24 घण्टे, तहसीलों में 20 घण्टे जबकि गांवों में 18 घण्टे बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सन्तुलन बनाने का काम किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाएं भी लागू कीं, जिनका लाभ बड़े पैमाने पर गरीबों को और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को मिला है। समाजवादी पेंशन योजना का लाभ बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मिला है। प्रदेश की समाजवादी सरकार ने बड़ी संख्या में निःशुल्क लैपटाॅप बांटकर जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के मन से तकनीकी का भय निकालने का काम किया है, वहीं दूसरी ओर डिजिटल डिवाइड को कम करने का भी काम किया है। ‘समाजवादी स्मार्टफोन योजना’ के माध्यम से राज्य सरकार इस डिवाइड को और कम करेगी। इस योजना के तहत आवेदनकर्ता को निःशुल्क स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाएगा। अब तक इसके अन्तर्गत एक करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इस फोन में मौजूद ऐप्स का इस्तेमाल करते हुए लोगों को सभी प्रकार की योजनाओं, नीतियों, कार्यक्रमों इत्यादि की जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी, ताकि वे उनका लाभ उठा सकें। वर्तमान समाजवादी सरकार ने प्रदेश के लोगों को खुशी दी है।
नोटबन्दी का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार काले धन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ है। यह निर्णय लेने से पहले केन्द्र सरकार को इसे लागू करने की पूरी तैयारी करनी चाहिए थी ताकि गांव के गरीबों को कोई दिक्कत न हो। इस निर्णय के चलते आज गांवों में बहुत दिक्कत आ गयी है। खेती बाधित हो रही है। मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है और वे दिहाड़ी न मिल पाने की दशा में शहरों में अपना काम छोड़कर घर पलायन कर रहे हैं। गांवों को डिजिटल बनाने की दिशा में बहुत प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो सरकारें लोगों को अनावश्यक परेशान करती हैं जनता उन्हें बख्शती नहीं है। समाजवादी सिर्फ विकास और जनकल्याण के लिए कार्य करते हैं।
इससे पूर्व, कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत बुके भेंटकर किया गया। उन्होंने हुसैनाबाद क्षेत्र के पुनर्विकास कार्याें का लोकार्पण एवं यहीं पर स्थापित किये जा रहे म्यूज़ियम का शिलान्यास भी किया। उन्होंने विंटेज कार रैली के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। साथ ही, माई लखनऊ कैम्पेन को भी लाँच किया।
कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री श्री अभिषेक मिश्रा के अलावा, मुख्य सचिव श्री राहुल भटनागर, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव आवास श्री सदाकांत ने भी सम्बोधित किया। मुस्लिम धर्म गुरु श्री खालिद रशीद फिरंगी महली, श्री फ़ज़लुर्रहमान वाएज़ी, नवाब मीर जाफर अब्दुल्लाह तथा श्री बुक्कल नवाब ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।