हैदराबाद, नोटबंदी के मुद्दे पर देशभर में राजनीति चरम पर है। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी भी अब इस मामले में कूद पड़े हैं। जगन ने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता एन. चंद्रबाबू नायडू को नोटबंदी के मामले की पहले से ही जानकारी थी। आंध्र प्रदेश के राजमहेंद्रवरम में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, 500 और 1000 रुपये मूल्य के नोट बंद किए जाने की खबर कुछ चुनिंदा लोगों को पहले से ही थी और चंद्रबाबू नायडू भी उनमें से एक हैं। गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार को तेलुगु देशम पार्टी का समर्थन हासिल है।
आंध्र प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जगन रेड्डी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा से तीन दिन पहले ही चंद्रबाबू नायडू ने अपनी डेयरी कंपनी हैरिटेज फूड के शेयर बेचे थे। उन्होंने कहा, चंद्रबाबू नायडू की 22 अक्टूबर को बड़े नोट बंद करने के लिए प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी इस बात का सबूत है कि उन्हें इसकी जानकारी पहले से ही थी। जगन ने दावा किया कि टीडीपी अध्यक्ष को खबर लीक करके अपने पैसों को ठिकाने लगाने के लिए एक महीने का समय दिया गया, जबकि आम लोगों को उनकी स्थिति में छोड़ दिया गया। जगन ने कहा, सरकार को इतना बड़ा निर्णय लेने से पहले विपक्ष और समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को भरोसे में लेना चाहिए था। हालांकि उन्होंने कहा कि कालेधन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी का यह फैसला सही कदम है, लेकिन इसको लागू करने में हुई कमी से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।