नई दिल्ली, नोटबंदी को लेकर बुधवार को रिजर्व बैंक के आंकड़ों की घोषणा के बाद से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम से लेकर खास तक के निशाने पर आ गये हैं. इन आंकड़ों के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब करीब-करीब 99 फीसदी बंद नोट वापस आ गए तो फिर नोटबंदी की इतनी बड़ी कसरत का मतलब क्या निकला. नकली नोट का आंकड़ा भी उम्मीद से बहुत कम निकला.
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी सालाना रपट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष में 1,000 रुपये के कुल 8.9 करोड़ नोट, जिसका मूल्य 8,900 करोड़ रुपये हैं, वह प्रणाली में वापस नहीं लौटा, जबकि उस समय प्रचलन में 1,000 रुपये के कुल 670 करोड़ नोट थे. इस तरह आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा के दौरान देश में प्रचलन में रहे 1,000 रुपये के 1.3 फीसदी नोट ही वापस नहीं आए हैं.
रिजर्व बैंक के आंकड़ों ने साबित कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी वाला पसंदीदा प्रयोग फ्लॉप शो रहा, जिसने सिर्फ लोगों की जानें ली, बेरोजगार किया और परेशान किया. दुकानों, चौराहों , आफिसों से लेकर सोशल मीडिया तक पर अब लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा व्यंग्य शुरू कर दिया है. खास बात यह है कि नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर व्यंग्य करने मे आम से लेकर खास तक शामिल है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि “आरबीआई ने 16,000 करोड़ रुपये कमाए, लेकिन नए नोटों की छपाई में 21,000 करोड़ रुपये गंवाए! अर्थशास्त्रियों को नोबल पुरस्कार दिया जाना चाहिए.”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि- नोटबंदी की वजह से कई लोगों की जान गई और आर्थिक नुकसान भी हुआ. ऐसे में क्या प्रधानमंत्री अब इसकी जिम्मेदारी लेंगे.
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि, ‘मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले ने भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है. यह एक राष्ट्र विरोधी कृत्य है’.
अपने ट्विटर हैंडल पर येचुरी ने इस कदम के औचित्य पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा कि, ‘ नोटबंदी के दौरान कथित रूप से 100 से ज्यादा जानें गईं और गरीब सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए. नोटबंदी के लिए गिनाए गए उद्देश्य, भ्रष्टाचार से जंग, काले धन, जाली मुद्रा और आतंकवाद पर लगाम सब औंधे मुंह गिर पड़ा’.
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीपसिंह सुरजेवाला ने रिजर्व बैंक के जारी आंकड़ों का हवाला देते हुए से यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पर देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि नोटबंदी बुरी तरह से असफल साबित हुई है। यह एक ‘आपदा’ थी जिसमें 104 लोगों की जान चली गई और ‘भ्रष्ट’ लोगों ने ‘भारी मात्रा में कमाई’ की।