नई दिल्ली, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि यह फैसला बहुत मुश्किल भरा था। इस फैसले को लेने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए थी।नोटबंदी से कारोबार कुछ वक्त के लिए धीमा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि नोटबैन का फैसला मुझे भी नहीं मालूम था तो पार्टी (बीजेपी) को कैसे पता चल जाता? कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह फैसला पार्टी को पहले ही बता दिया था। बीजेपी को इस फैसले के बारे में पहले से ही पता होने का सवाल ही नहीं है। गौर हो कि राहुल गांधी ने यह आरोप लगाया था कि बीजेपी को नोटबंदी के फैसले के बारे में पहले से ही जानकारी थी।
जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का जो फैसला लिया है वह ऐतिहासिक है। इस फैसले से गरीबी खत्म करने के लिए पैसा मिलेगा। इससे गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। इस फैसले से देश के गरीबों और किसानों को फायदा होगा। हम चाहते है कि इस फैसले के जरिए देश में टैक्स देने की व्यवस्था लागू हो। नोट की कमी की वजह से कारोबार कुछ वक्त के लिए धीमा हो सकता है लेकिन इससे कालेधन से मुक्ति पाने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर सरकार चर्चा के लिए तैयार है। विपक्ष इस मसले पर अफवाहें फैला रहा है। कुछ लोग जो नोटबंदी को लेकर आरोप लगा रहे हैं वह गलत है। यह फैसले देशहित में लिया गया है। पूरा देश फैसले के साथ है। इस पूरे ऑपरेशन को गोपनीय रखना था। नोटबंदी के बाद लाखों-करोड़ों रुपए बैंकिंग सिस्टम में आए। इसलिए नोटबंदी पर सरकार ने फैसला लिया। ग्रामीण क्षेत्र पिछड़े हुए है इसलिए पूरा फोकस ग्रामीण क्षेत्र पर है। ग्रामीण क्षेत्रों में नोट पहुंचाने पर हम फोकस कर रहे हैं।