लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को अपने आवास 5 कालीदास मार्ग पर 4 शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। साथ ही नोटबंदी के कारण मारे लोगों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता प्रदान की। शहीदों के परिजनों को अखिलेश यादव ने 25-25 लाख रुपए का चेक दिया। इसी क्रम में सीएम अखिलेश ने पुलिस लाठीचार्ज में मारे गए टीचर के परिजनों को भी आर्थिक सहायता दी।
मुख्यमंत्री ने आज अपने सरकारी आवास पर शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में 04 शहीदों, जनपद आजमगढ़ के शहीद सिनोद कुमार, कुशीनगर के शहीद हरिकेश प्रसाद, आगरा के शहीद मुल्तान सिंह तथा बलिया के शहीद हरवेन्द्र यादव के परिवारों को 25-25 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। इसमें शहीद के माता-पिता के लिए 05 लाख रुपए का चेक भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने नोटबंदी के दौरान धनराशि निकालने के लिए ए0टी0एम0 लाइन में मृत हुए व्यक्तियों के परिवारों को भी आर्थिक सहायता धनराशि के चेक प्रदान किए।ए0टी0एम0 लाइन में मृत 14 व्यक्तियों के परिवारों को 02-02 लाख रुपए के चेक प्रदान किए गए। ए0टी0एम0 लाइन में मृत व्यक्तियों के परिवारों में जनपद अलीगढ़ की स्व0 रज़िया, सीतापुर के स्व0 वीरेन्द्र कुमार, कुशीनगर की स्व0 तीर्थराजी, महोबा के स्व0 बालादीन, लखीमपुर खीरी के स्व0 पैकरमा, बरेली के स्व खलील अहमद, प्रतापगढ़ की स्व0 करमईता, हमीरपुर के स्व0 बबलू यादव तथा स्व0 घसीटा, आगरा के श्री राकेश चन्द्र, औरैया के स्व0 राधा रमण, जालौन के स्व0 गंगा चरण, बुलन्दशहर के स्व0 मीर सिंह तथा कानपुर देहात की श्रीमती सर्वेशा देवी के परिवार शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीदों और ए0टी0एम0 लाइन में मृत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।श्री यादव ने कहा कि नोटबंदी से शुरू में कुछ लोगों में उत्साह था कि कोई बड़ा बदलाव आने वाला है। लेकिन अब वह लोग भी कह रहे हैं कि इससे अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है। व्यापार और पैसे के महत्व को समझने वाले देश-विदेश के अर्थशास्त्री भी मानते हैं कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है और इससे विकास की दर में कमी आएगी। यह तो केन्द्र सरकार बताएगी कि इसकी भरपाई कैसे होगी। नोटबंदी के बाद गरीब मजदूरों का रोजगार काफी कम हो गया है, जिससे उन्हें वापस घर जाना पड़ा है। कम्पनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर रही हैं। मेरा मानना है कि इससे जनता को काफी दुख और तकलीफ हुई है। दुख और तकलीफ देने वालों से समय आने पर जनता हिसाब करती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसा काला या सफेद नहीं होता, बल्कि लेन-देन काला और सफेद होता है। कैशलेस लेन-देन में भी बड़ा हेर-फेर किया जा सकता है। कार्ड और अन्य कैशलेस तरीकों से हेर-फेर की अनेक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। साइबर क्राइम के अपराधियों को पकड़ना और भी मुश्किल है। हम समाजवादी भ्रष्टाचार और काला धन के खिलाफ हैं। समाजवादी पेंशन योजना के तहत समाजवादी सरकार लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे-सीधे धनराशि भेजती है। इसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है।