नई दिल्ली, नोट बंदी के चलते लोगों को हो रही समस्या से निजात देने के लिए उठाए गए सरकार के कदमों की पूरी जानकारी देने के लिए आज डिपार्टमेंट ऑफ इकनॉमिक अफेयर्स (डीईए) के शक्तिकांत ने एक प्रेस कांफ्रेंस की है। इसमें उन्होंने बताया है कि 24 नवंबर तक कुछ जरूरी सेवाओं में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे। वहीं अब एक सप्ताह में बैंक से 24000 रुपये की निकासी चेक के माध्यम से की जा सकेगी। पहले यह सीमा महज 20000 रुपये की ही थी। पहले एक सप्ताह में दो बार पैसा निकालने की सुविधा दी गई थी जिसमें एक बार में महज 10000 रुपये ही निकाले जा सकते थे। लेकिन अब एक ही बार में 24000 हजार रुपये की निकासी संभव हो सकेगी। वहीं नोट एक्सचेंज की लिमिट भी 4000 रुपये से बढ़ाकर 4500 रुपये कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि है कि सरकार ने ग्रामीण इलाकों में कैश की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके अलावा देशभर में एटीएम की तरह की काम करने वाले माइक्रो एटीएम की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है। बैंकों और डाकघरों में कैश की उपलब्धता को बढ़ाया जाएगा। अब एटीएम से रोजना 2500 रुपये निकाले जा सकेंगे। इसके साथ ही सरकार ने 500 रुपये के नए नोट भी जारी कर दिए हैं। एटीएम के जरिए इन्हें निकाला जा सकता है। इस पर निगाह रखने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गवर्नर के नेतृत्व में एक टास्ट फोर्स का भी गठन करेगा। एटीएम के लिए गठित टास्क फोर्स आज से ही अपना काम करना शुरू कर देगी। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए बैंकों में अलग से लाइन लगेगी। इसके अलावा बैंकों के एटीएम में कल से दो हजार के नोट नहीं निकलेंगे। इनकी जगह छोटे नोटों की सुविधा की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब पेंशन पाने वाले लोग अपना लाइफ सार्टिफिकेट अगले वर्ष 15 जनवरी तक दिया जा सकेगा। निजी बिलों के भुगतान और निजी दुकानों पर भी अभी 500 और 1000 रुपये के नोट स्वीकार किए जाएंगे। शक्तिकांत ने बताया है कि वित्तमंत्रालय के अधिकारी चौबीस घंटे हर राज्य और वहां केे हालात पर निगाह रखेंगे।