नयी दिल्ली , देश के प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों ने कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल के अध्यक्ष पद को नौकरशाहों को सौपने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है ।
नेशनल एकेडमी आॅफ एग्रीकल्चर साइंसेज के अध्यक्ष और जाने माने कृषि वैज्ञानिक पंजाब सिंह और पूर्व अध्यक्ष आर बी सिंह ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार गैर वैज्ञानिकों को बोर्ड का अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो इससे कृषि वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों का मनोबल टूटेगा । उन्होंने कहा इससे कृषि विज्ञान की मौत हो जायेगी । उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से देश न केवल खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर हुआ है बल्कि वह कृषि के क्षेत्र रोज नयी बुलंदियों को छू रहा है ।
दोनों वैज्ञानिकों ने कहा कि वर्ष 1973 में मंत्री समूह की सिफारिश पर सरकार ने कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल के गठन और इसका अध्यक्ष प्रमुख कृषि वैज्ञानिक को बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी । इसके बाद से यह चयन मंडल पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से काम कर रहा है और अब तक किसी मामले को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ है । उन्होंने कहा एष् अनुभवी वैज्ञानिक ही वैज्ञानिक का चयन कर सकता है ।
संवाददाता सम्मेलन में जाने माने कृषि वैज्ञानिक ए ए के सिंह ए के वी प्रभु एआर के जैन ए बी एस द्विवेदीए अनिल बाबा तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति दीपक पेंटल भी उपस्थित थे ।