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न्यूज़ीलैंड 2019 के अनुभव से चिंतित नहीं होंगे: गैरी स्टेड

दुबई, इंग्लैंड बनाम न्यूज़ीलैंड एक बार फिर एक विश्व कप में। 2019 के विश्व कप फ़ाइनल में दोनों देशों के बीच का फ़ासला इतना कम था कि निर्णय बाउंड्री काउंटबैक पर इंग्लैंड के हित में आया। दो साल बाद एक और विश्व कप के सेमीफ़ाइनल के मंच पर दोनों टीमें आमने सामने होंगी अबू धाबी के मैदान पर।

न्यूज़ीलैंड के दल में आठ ऐसे खिलाड़ी हैं जो 2019 के टीम के सदस्य थे। इनमें चोटिल लॉकी फ़र्ग्‍युसन भी शामिल हैं। लेकिन मुख्य कोच गैरी स्टेड मानते हैं 2019 के मैच का बुधवार के मुक़ाबले पर कोई असर नहीं होगा।स्टेड ने कहा , “उस मैच की चर्चा होते हुए मैंने तो नहीं सुनी। मुझे लगता है यह खिलाड़ी एक बार फिर इंग्लैंड से भिड़ने के लिए उत्साहित हैं। उनकी टीम बहुत मज़बूत है और आप हमेशा सर्वश्रेष्ठ टीमों से मुक़ाबला करना चाहते हैं। सो मुझे लगता है सुपर ओवर के अलावा इस मैच और उस मैच में कोई तुलना नहीं होगी।”

पिंडली में चोट के चलते जेसन रॉय भले ही बाक़ी के प्रतियोगिता से बाहर हैं लेकिन स्टेड इंग्लैंड की सफ़ेद गेंद महारथ को कम नहीं आंकते। उन्होंने कहा, “वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं और ज़ाहिर सी बात है कि आप ऐसे खिलाड़ी को चोटिल होते नहीं देखना चाहते। हमारे साथ भी लॉकी के संदर्भ में ऐसा हुआ। लेकिन इंग्लैंड जॉनी बेयरस्टो जैसे खिलाड़ी से ओपन करा सकते हैं और उनके पास और भी विकल्प हैं। वह अक्सर मैच की परिस्थिति के आधार पर खिलाड़ियों को ऊपर-नीचे करते हैं और मुझे लगता है हमारे विरुद्ध भी वह ऐसा करेंगे। लेकिन इससे हमें अपनी रणनीति में ख़ास बदलाव नहीं लानी चाहिए। एक दिन का सवाल है। कुछ भी हो सकता है।”

न्यूज़ीलैंड के पास एक ही साल में दो आईसीसी ख़िताब अर्जित करने का अनोखा मौक़ा है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतने के बाद टी20 विश्व कप में सेमीफ़ाइनल के सफ़र पर स्टेड ने संतोष जताते हुए कहा, “मैं इस टीम पर बहुत गर्व महसूस करता हूं। कैसे यह खिलाड़ी हर बड़े मंच पर अपने गेम को ढालने में सफल रहते हैं। अगर आप हमारी टीम की तुलना बड़ी टीमों से करें तो आपको अंदाज़ा होगा कि यह कितना कठिन और तारीफ़ के क़ाबिल है। हम एक इकाई बनकर लड़ना जानते हैं। अगर आप छोटी चीज़ें लगन के साथ करेंगे तो सफलता मिलते देर नहीं लगती।”

स्टेड के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ आभासी नॉकआउट मैच में न्यूज़ीलैंड की फ़ील्डिंग ने सबसे बड़ा प्रभाव डाला। आधुनिक टी20 क्रिकेट में यह लगभग सभी टीमों की मज़बूत कड़ी है लेकिन न्यूज़ीलैंड ने फिर से दिखाया कि अच्छे क्षेत्ररक्षण के चलते विपक्षी टीम पर दबाव कैसे बढ़ाया जा सकता है।स्टेड बोले, “हमने ख़ासकर कुछ बेहतरीन कैच पकड़े। अगर आप आख़िरी ओवर की पहली गेंद पर डैरिल मिचेल की फ़ील्डिंग देखें तो उन्होंने ना सिर्फ़ उस गेंद पर चार रन बचाए बल्कि शायद पूरे ओवर में 10-12 अधिक रन बनने पर लगाम लगा दी। इससे हमें बल्लेबाज़ी करने में आसानी हुई क्योंकि संभावित 140 को हमने 125 पर सीमित रखा।”

उन्होंने कहा, “इन छोटी चीज़ों से बड़ा अंतर होता है। केन और जिमी ने ज़बरदस्त कैच पकड़े। डेवन ने गोता लगाते हुए एक हाथ से कैच पकड़कर पारी की शुरुआत की। हम ऐसे प्रयासों से प्रेरणा लेते हैं और उम्मीद है इससे गेंदबाज़ भी काफ़ी आत्मविश्वास का एहसास करते हैं।”