लखनऊ, टीवी डिबेट और सोशल मीडिया में समाजवादी पार्टी के पक्ष में जोरदार अभियान चलाने वाली पंखुड़ी पाठक ने पार्टी को अलविदा कह दिया। उन्होंने कहा कि यादव सेना इंडिया के लोग उन्हें परेशान कर रहे थे और जातिगत टिप्पड़ियां कर रहे थे. मैंने इसकी शिकायत पार्टी पदाधिकारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पंखुड़ी ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे किसी और पार्टी से जुड़ने नहीं जा रही हैं.
पंखुड़ी पाठक का यादव सेना से विवाद पहला विवाद नही है , इससे पहले वह एक भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करा चुकीं हैं. एक न्यूज चैनल डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने सपा की महिला प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक से अमर्यादित शब्द बोल दिए थे. प्रेम शुक्ला जब बहस के दौरान जवाब नही दे पाये तो कहा था- पंखुरी पाठक तुम्हारे पंख ज्यादा फडफ़ड़ा रहे हैं. चुप रहो, ज्यादा ना फडफ़ड़ाएं तुम्हारे पंख. हमें पता है कि तुम्हारे जैसी महिलाओं को यादव परिवार में कैसे एंट्री मिलती हैं और अगर मैंने अपना पूरा मुँह खोला तो तुम शर्मसार हो जाओगी. इस मामले में बीजेपी नेता के खिलाफ नोएडा के सेक्टर-58 थाने में एफआईआर दर्ज हुई। एफआईआर में पंखुड़ी ने डिबेट के दौरान दिए गए रिकॉर्डिड बयान की कॉपी दी.
अखिलेश यादव का यह कदम, बढ़ायेगा समाजवादी पार्टी की ताकत
25 वर्षीय,पंखुड़ी पाठक दिल्ली की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी की लॉ स्टूडेंट रहीं, पंखुड़ी नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हैं। उनके पिता जेसी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं, जो निजी प्रैक्टिस करते हैं। उनका एक छोटा भाई चिराग पाठक है जो अभी ग्रेजुएशन कर रहा है।
पंखुड़ी लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही हैं। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उस समय इनकी उम्र लगभग 18 साल थी। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। इसके बदले में पार्टी ने रिटर्न गिफ्ट देते हुए उन्हें 2013 में लोहिया वाहिनी का नेशनल सेक्रेटरी बना दिया।
वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। फेसबुक पर उनके हजारों फॉलोवर हैं। जहां वह लंबे समय से पार्टी का स्टैंड मजबूत तरीके से रखती आई हैं। राजनीति मे वह समाजवादी पार्टी के साथ अखिलेश यादव और उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव से काफी प्रभावित हैं।
अखिलेश यादव ने पंखुड़ी पाठक को सपा प्रवक्ता होने के साथ- साथ सोशल मीडिया पर पार्टी का स्टैंड रखने की जिम्मेदारी दी थी।
पंखुड़ी पाठक को कोर टीम में शामिल करने के पीछे अखिलेश यादव का उद्देश्य यूथ को बढ़ावा देना है। वह चाहते हैं कि टीवी चैनलों से लेकर सामाजिक फोरम पर कोई युवा पार्टी का स्टैंड रखे।