जलालाबाद (पंजाब), कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार पर अपना सीधा हमला जारी रखते हुए कहा कि उनके पुत्र और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुके हैं और भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर नोटबंदी करने वाले प्रधानमंत्री इनका समर्थन करते हैं, तारीफ के पुल बांधते हैं जो बेहद हास्यास्पद है।
कांग्रेस उम्मीदवार रणवीत सिंह बिट्ट के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, सुखबीर बादल भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुके हैं। देश की किसी राज्य की तुलना में पंजाब में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा है। लुधियाना से कांग्रेस सांसद बिट्ट जलालाबाद विधानसभा सीट से सुखबीर बादल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। भ्रष्टाचार से लड़ने के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के दावों पर सवाल खड़ा करते हुए राहुल ने कहा, अगर मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं तो उन्हें बताना चाहिए कि वह सुखबीर का समर्थन क्यों कर रहे हैं? कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, सुखबीर बादल सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी का साल 2007 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन है। लेकिन यह पार्टी सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की विचारधाराओं से भटक गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, सुखबीर बादल दावा करते हैं कि वह सिख धर्म और गुरु नानक देव की विचारधाराओं की रक्षा कर रहे हैं, जबकि सुखबीर और अकाली दल कहते हैं कि पंजाब की हर चीज उनकी है। उन्होंने कहा कि बादल परिवार ने परिवहन, खनन और केबल टीवी जैसे समेत राज्य के समूचे व्यापार पर एकाधिकार जमा लिया है और शराब के कारोबारियों से कमीशन ले रहा है। यानी आपका सारा पैसा एक परिवार में जा रहा है। पंजाब को इस परिवार ने अपनी जागीर समझ रखा है। राहुल ने कहा, बादल पिता-पुत्र ने पंजाब में सभी उद्योगों को चौपट कर दिया है। वे अन्य देशों और राज्यों के लोगों को यहां निवेश करने व उद्योग शुरू करने की इजाजत नहीं देते हैं। इसलिए कि यहां आकर कोई और न कमाई कर ले। उनकी इस सोच के कारण उद्योग अन्य राज्यों में चले गए हैं और पंजाब के युवा बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बादल सरकार युवाओं को नौकरी देने से इनकार कर रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लोगों को आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने के खिलाफ भी लोगों को चेताया। उन्होंने कहा, पंजाब को पंजाब से एक मुख्यमंत्री चाहिए। अरविंद केजरीवाल एक तानाशाह की तरह दिल्ली को चला रहे हैं। उन्होंने दोबारा कहा कि अगर पार्टी सत्ता में वापस आती है तो पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे। पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए 4 फरवरी को चुनाव होगा।