इस्लामाबाद, पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ पर उन्हें पनामा गेट स्कैडल पर शांत रहने के लिए 10 अरब रुपये का ऑफर देने का आरोप लगाया है, जबकि नवाज़ शरीफ की बेटी ने इस बात का खंडन किया है. पनामा पेपर से हुए खुलासों के बाद, नवाज शरीफ का परिवार भी आरोपों के घेरे में आ गया. यह मुकदमा 1990 के दशक में नवाज शरीफ द्वारा धन शोधन कर लंदन में संपत्ति खरीदने का है. नवाज शरीफ उस दौरान दो बार प्रधानमंत्री रहे थे.
हाल ही में पनामा गेट्स को लेकर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की ओर से 3-2 से दिए गए एक बंटे हुए फैसले के कारण प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे. पीठ ने कहा कि शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटाने के नाकाफी सबूत हैं. हालांकि, पीठ ने एक हफ्ते के अंदर एक संयुक्त जांच टीम गठित करने का आदेश दिया, ताकि शरीफ के परिवार के खिलाफ धनशोधन के आरोपों की जांच की जा सके. यह टीम हर दो हफ्ते के बाद अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और 60 दिन में जांच पूरी करेगी.