पन्ना, मध्यप्रदेश के पन्ना अंचल के जंगल में स्वच्छन्द रूप से विचरण करते या फिर शाही अंदाज में आराम फरमाते हुये श्वनराजश् को देखना अब कोई स्वप्न नहीं है और यहां बाघ के दर्शन खुशनसीबों को सड़क किनारे भी हो रहे हैं। पन्नावासियों के लिये बाघ दर्शन अब सहज और स्वाभाविक हो चुका है। इन दिनों पन्ना जिले में सड़क मार्ग से गुजरते हुए कब और कहां से वनराज प्रकट हो जाएंए कुछ कहा नहीं जा सकता।
पन्ना टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 के किनारे जंगल में तो एक नर बाघ ने अपना बसेरा ही बना लिया है। ऐसी स्थिति में इस बाघ के सड़क मार्ग से ही आये दिन दर्शन हो रहे हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व के मड़ला प्रवेश द्वार से कुछ ही दूरी पर स्थित संभुआ नाला इन दिनों राहगीरों सहित पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र बन चुका है। इसी नाले के आसपास जंगल में यह बाघ पिछले कुछ दिनों से डेरा डाले हुये है। सड़क मार्ग के दोनों तरफ जंगल हैए इसलिये जब भी मौज होती हैए वनराज चहल कदमी करते हुये सड़क पार कर इस तरफ से उस तरफ आते.जाते रहते हैं।
यह अद्भुत और रोमांचकारी नजारा स्थानीय लोग तो आये दिन देखते ही हैंए यहां से गुजरने वाले यात्रियों को भी बाघ दर्शन के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। यह स्थिति सिर्फ पन्ना.छतरपुर नेशनल हाइवे पर ही नहीं हैए अपितु पन्ना.अमानगंज स्टेट हाइवे में भी यदा.कदा बाघ सड़क मार्ग पर ही चहल कदमी करते दिख जाते हैं। इस मार्ग में तो कभी.कभी पूरा बाघ परिवार ही निकल पड़ता हैए फलस्वरूप सड़क मार्ग के दोनों तरफ आवागमन थम जाता है और लोग वाहनों के भीतर से ही बाघों का दीदार कर रोमांच का अनुभव करते हैं।