बेंगलुरु, युवा मिडफील्डर हिना बानो भले ही पुनर्वास और मैच फिटनेस चुनौतियों के कारण जूनियर महिला एशिया कप 2024 टीम से बाहर हो गई हों, लेकिन वह अगले साल 12 जनवरी से रांची में शुरु होने वाली महिला हॉकी इंडिया लीग 2024-25 में परिवार के सामने अपनी छाप छोड़ने को बेकरार हैं।
हॉकी इंडिया लीग 12 से 26 जनवरी के बीच रांची में खेली जायेगी। लखनऊ में जन्मी 20 साल की मिडफिल्डर बानो का सफर प्रेरणा से कम नहीं है। पारिवारिक प्रतिरोध और सामाजिक दबावों पर काबू पाते हुए उन्होने अपनी शर्तों पर हॉकी में अपना रास्ता बनाया है।
हिना ने कहा, “ पीछे मुड़कर देखें तो सफर आसान नहीं था। मैं बहुत छोटी थी जब मेरे पिता का निधन हो गया, और तब से, हम अपने दादा-दादी के घर पर रह रहे हैं। मेरे दादा, उजागर अली सेना के जवानों के लिए नाई का काम करते थे। उन्होने हर चीज़ की देखभाल की है।”
हिना ने शुरुआत में एथलेटिक्स से शुरुआत की, लेकिन जब वह तीसरी कक्षा में थीं, तब उन्होंने अपने स्कूल के कोच अभिषेक की सलाह पर हॉकी की ओर रुख किया। हालाँकि, पारिवारिक दबाव के कारण उन्हें तीन साल के लिए खेलना बंद करना पड़ा, इस दौरान वह चोरी छिपे प्रशिक्षण लेती थीं।
उन्होने कहा “ मैं एक रूढ़िवादी परिवार से ताल्लुक रखती हूं जो खासकर लड़कियों के लिये खेल कूद के पक्ष में नहीं रहा है। मैंने दो-तीन साल तक खेलना बंद कर दिया और फिर चुपचाप स्कूल में प्रशिक्षण फिर से शुरू कर दिया। आखिरकार, मुझे साई लखनऊ के लिए चुना गया। स्कूल के प्रिंसिपल ने मेरे परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सब कुछ ठीक हो जाएगा वह एक महत्वपूर्ण मोड़ था। मैंने नीलम कपूर मैडम के तहत लखनऊ में प्रशिक्षण लिया, जिनके समर्थन से मुझे राष्ट्रीय स्तर पर खेलने में मदद मिली, जिससे आगे के अवसर खुले।”
हॉकी इंडिया जूनियर महिला अकादमी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में साई अकादमी के लिए खिताब जीतने वाली हिना को 2021 में जूनियर राष्ट्रीय शिविर में पहली बार बुलाया गया। बाद में उन्होंने डसेलडोर्फ में 2023 जूनियर महिला आमंत्रण टूर्नामेंट और 2023 एफआईएच जूनियर विश्व कप में जूनियर नेशनल टीम का प्रतिनिधित्व किया।
अब जैसे ही वह हॉकी इंडिया लीग के लिए तैयार हो रही है तो अपने परिवार को यह दिखाने के लिए उत्सुक है कि वह एक पेशेवर एथलीट के रूप में क्या हासिल कर रही है। उन्होंने साझा किया, “ मेरा परिवार अभी भी पूरी तरह से नहीं समझ पाया है कि मैं क्या करती हूं। वे केवल इतना जानते हैं कि मैं भारत के लिए खेलती हूं, लेकिन वे धीरे-धीरे इसका महत्व समझने लगे हैं। हॉकी इंडिया लीग घर के करीब हो रही है और इसका सीधा प्रसारण किया जा रहा है, यह मेरे लिए उन्हें हॉकी में अपनी उपलब्धियां दिखाने का एक अवसर है। मैं अपने लिए, उनके लिए और अपने देश के लिए क्या और कैसे कर रही हूं। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें प्रेरणा मिलेगी।”
उन्होंने कहा “ मैं आगे आने वाले समय को लेकर उत्साहित हूं, खासकर विदेशी और वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने के मौके को लेकर। यह सीखने का एक शानदार अनुभव है और मुझे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।”