शिमला, हिमाचल की राजधानी में आपदा से नुकसान का खतरा टला नहीं है। राजधानी शिमला में अभी भी कुछ इमारतों पर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। शिमला के समीप सोलह मील में एक बहुमंजिला भवन ढह गया। चंद मिनटों में करीब पांच मंजिला भवन भरभराकर गिर गया।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी की ओर बने इस भवन के गिरने से करोड़ों की लागत से बने धामी कॉलेज की बुनियाद को खतरा पैदा हो गया है। वहीं, करोड़ों रुपये से बनी कॉलेज की सड़क भी खतरे की जद में आ गई है।
ताजा घटनाक्रम में शनिवार को राजधानी के समीप ग्राम पंचायत घंडल के तहत डिग्री कॉलेज 16 मिल के नजदीक शिमला-बिलासपुर नेशनल हाईवे किनारे एक पांच मंजिला मकान जमींदोज हो गया है। गनीमत इस बात की है कि जानी नुकसान नहीं हुआ है। भवन ध्वस्त होने से इससे सटी धामी डिग्री कॉलेज का भवन भी खतरे की जद में आ गया है। कॉलेज भवन में बड़ी दरारें पड़ गई हैं। भवन के ढहने के बाद बालूगंज थाना क्षेत्र की टीम मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। धराशायी हुआ पांच मंजिला भवन का मालिक राजकुमार शर्मा हैं।
बताया जा रहा है कि प्लॉट की कटिंग के दौरान पांच मंजिला बिल्डिंग पलक झपकते ही ढह गई। लॉ कॉलेज इमारत को एक हफ्ता पहले ही खाली करवा दिया गया था। राज्य में मौसम शुष्क बना हुआ है। बर्फ़बारी के अलावा बारिश भी नहीं हुई है। ड्राई स्पैल में भवन के जमींदोज होने की घटना पर गहरे मंथन की आवश्यकता जताई जा रही है। आपदा के दौरान भी राजधानी ने गहरी पीड़ा का सामना किया है, जिसके जख्म अब भी नहीं भरे है।
भवन गिरने के दौरान हाईवे पर भी आवाजाही को रोका गया और अब एकतरफा आवाजाही हो रही है। घटना की सूचना मिलने के बाद राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौके पर पहुंचे।