पलायन का प्रोपोगंडा फैलाना भाजपा सरकार की बड़ी नाकामी : अखिलेश यादव

लखनऊ, सम्भल मामले को लेकर न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में पलायन का मसला शामिल किए जाने व भाजपा द्वारा इस मुद्दे को उठाये जाने पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपाइयों और उनके संगी-साथियों द्वारा ‘पलायन का प्रोपोगंडा’ फैलाना नौ साल पुरानी भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है।
दरअसल, सम्भल रिपोर्ट को लेकर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा था कि न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि वहां से हिंदुओं को कैसे मजहबी प्रताड़ना के कारण पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा होगा।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा “ भाजपा सरकार लोगों में न तो विश्वास जगा सकी और न ही अपनी नफ़रत की साम्प्रदायिक राजनीति की वजह से समाज में सौहार्द ला पायी। भाजपा सरकार लोगों को रोज़गार तो नही दे सकी बल्कि, गुजरात के लोगों को कारोबार और ठेकों में उप्र के लोगों से ज़्यादा काम दे दिया। जिसके चलते काम की तलाश में लोगों को नाउम्मीद होकर दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है। न तो भाजपा सरकार अरबपतियों को सकारात्मक वातावरण दे सकी और न ही जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद करने वालों को कोई आश्वासन दे पायी। इन सब वजहों से ही पिछले 11 सालों में ऐतिहासिक रूप से भारतीयों का विदेश पलायन हुआ है।”
उन्होने कहा कि सच तो ये है पलायन के झूठ को फैलाने वाले न तो उप्र के हितैषी हैं और न ही प्रदेशवासियों के। भाजपा द्वारा ऐसे मिथ्या प्रचार से उप्र की छवि को गहरी ठेस पहुँचती है और इंवेस्टर निवेश करने नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना चाहिए कि उप्र की छवि को धूमिल करने की कोशिश में कौन लोग लगे हैं और किसके इशारे पर ऐसा किया जा रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि ‘डबल इंजन’ की ग़लतफ़हमी फैलाकर कोई एक-दूसरे के नीचे से पटरी-पटरा सब खींच रहा है।





