लखनऊ, अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती के मौके पर समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक पल्लवी पटेल ने अपनी बहन एवं केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर आरोपों की झड़ी लगा दी और कहा कि उनके इशारे पर पिता की जयंती के लिये कार्यक्रम स्थल का आवंटन अंतिम समय में निरस्त कर दिया गया।
दूसरी ओर अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया ने पिता सोनेलाल की जयंती इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भव्य अंदाज में मनायी। पल्लवी का आरोप था कि कार्यक्रम के लिये उन्हे दी गयी अनुमति को प्रशासन ने अंतिम समय में खेद के साथ निरस्त कर दिया और ऐसा उनकी बहन अनुप्रिया के इशारे पर किया गया।
पल्लवी ने इसे प्रशासन की मनमानी करार देते हुये अपने समर्थकों के साथ धरना दिया और बाद में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और महान दल के अध्यक्ष केशव मौर्य के साथ अनुप्रिया पटेल के कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर पैदल मार्च किया मगर पुलिस ने तीनो नेताओं को हिरासत में ले लिया।
बाद में अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल ने आनन फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर अनुप्रिया पर आरोपों की झड़ी लगाते हुये कहा कि सोनेलाल पटेल की जयंती के लिये उन्होने एक के बाद एक तीन कार्यक्रम स्थल बुक कराये मगर सभी को निरस्त कर दिया गया। उन्होने कहा “ पहले मैने रविंद्रालय बुक कराया जिसे निरस्त किया गया। इसके बाद विश्वसरैया हाल बुक कराया गयया जिसकी बुकिंग पिछली 29 जून को कैंसल कर दी गयी। बाद में मैने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का मरकरी हाल बुक कराया जिसे ऐन मौके पर निरस्त कर दिया गया। ”
पल्लवी ने कहा कि इस बारे में कार्यक्रम स्थल के संचालकों का कहना था कि ऊपर के आदेश से ऐसा किया गया। उन्होने कहा “ मै मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूं कि गृह विभाग किसके अंतर्गत आता है। उसके लिये कौन आदेश पारित करता है। अगर यह आदेश मुख्यमंत्री खुद देते है तो उन्हे बताना चाहिये कि निरस्तीकरण का आदेश किस आधार पर दिया गया। वह मेरा अपराध बतायें। क्या विधानसभा चुनाव में उनके बड़े नेता को हराना मेरा अपराध है। ”
उन्होने कहा कि इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन हाल है। प्रशासन को रूलबुक दिखानी चाहिये कि क्या एक दिन में यहां सिर्फ एक कार्यक्रम की अनुमति है और अगर ऐसा नहीं है तो उनकी बुकिंंग को कैंसिल करने का आधार बताना चाहिये।
पल्लवी ने कहा कि अनुप्रिया सिर्फ सोनलाल के नाम का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिये कर रही हैं, वह उनके आदर्शो को भूल गयी है। उन्होने कहा कि वह शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री से मिलने गयी थी मगर उन्हे तीन घंटे इंतजार के बाद भी समय नहीं दिया गया।