मेरठ, साढ़े तीन साल पहले दंगों का दंश झेलने वाले वेस्ट यूपी को एक बार सुलगाने की साजिश रची जा रही है। मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर के बाद अब मेरठ में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। कभी मंदिर के बाहर मीट के टुकड़े तो कभी आपत्तिजनक वीडियो को आधार बनाकर माहौल बिगाड़ा जा रहा है। इससे खुफिया एजेंसियों के होश उड़े हुए हैं।
हिंदु और मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक तनाव फैलने के मामले में वेस्ट यूपी के सभी जिले अति संवेदनशील है। कई जिलों में मुस्लिमों की आबादी 50 प्रतिशत के आसपास होने से माहौल अक्सर बिगड़ा रहता है। दो दिन पहले मुजफ्फरनगर शहर के खादरवाला में बाइक टकराने के मामूली विवाद को जिस तरह से सांप्रदायिक रंग दिया गया, उससे साफ पता चलता है कि कुछ लोग वेस्ट यूपी का माहौल बिगाड़ने के प्रयासों में जुटे हैं।
रविवार को बुलंदशहर जनपद के पहासू में सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला वीडियो वायरल होने के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया। भड़के लोगों ने एक समुदाय विशेष की दुकानों-मकानों और वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। इस संघर्ष में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। 12 थानों की पुलिस फोर्स वहां तैनात कर दी गई है। अब रविवार की देर शाम मेरठ में वेस्ट एंड रोड स्थित श्री बालाजी मंदिर के बाद मीट के टुकड़े फेंक दिए गए। इस पर मंदिर के महामंडलेश्वर और भाजपाइयों ने देर रात तक जमकर हंगामा किया। इससे वहां का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मेरठ में ही दो दिन पहले सोहराब गेट चौकी पास हिंदू लड़की के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर मुस्लिमों ने एक हिंदु युवक को गोली मारकर घायल कर दिया। इससे भी वहां का माहौल बिगड़ा हुआ है। वेस्ट यूपी में एकाएक माहौल बिगड़ने की घटनाओं से खुफिया एजेंसियों के होश उड़े हुए हैं। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने सभी पुलिस अधीक्षकों को इन मामलों को गंभीरता से लेने की हिदायत दी है।