टोक्यो , भारत के कुश्ती गुरु द्रोणाचार्य अवार्डी महाबली सतपाल के शिष्य पहलवान रवि कुमार दहिया और दीपक पुनिया ने बुधवार को टोक्यो ओलम्पिक के कुश्ती मुकाबलों के क्रमशः पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा और 86 किग्रा वर्गों के फ़ाइनल और कांस्य पदक मुकाबले में जगह बना ली।
रवि को क्वार्टरफाइनल में बुल्गारिया के जॉर्जी वलेंटिनोव को 14-4 से हराने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने फिर सेमीफाइनल में जबरदस्त हाथ दिखाते हुए कजाखस्तान के नूरइस्लाम सुनियेव को चित कर फ़ाइनल में जगह बना ली जहां गुरूवार को उनका मुकाबला रूसी ओलम्पिक समिति के जावूर युगेव से होगा। रवि इस जीत के साथ लंदन ओलम्पिक के रजत विजेता सुशील कुमार के बाद फ़ाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बन गए हैं और उन्होंने टोक्यो में भारत के लिए चौथा पदक सुनिश्चित कर दिया है।
महाबली सतपाल ने रवि के प्रदर्शन पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा ,”मैंने आपको पहले भी कहा था कि रवि इस ओलम्पिक में कमाल करेगा और उसने यह कर दिखाया। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह कल होने वाले फ़ाइनल में भी इस शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखेगा। उसने भारत के लिए रजत पदक सुनिश्चित कर दिया है और उम्मीद है कि वह स्वर्ण पदक जीतेगा। मुझे यह भी उम्मीद है कि दीपक कांस्य पदक के मुकाबले में जीत हासिल करेगा। ”
दीपक ने 86 किग्रा में मात्र पांच सेकंड शेष रहते एक शानदार मूव के जरिये चीन के लिन जुशन को 6-3 से मात दी। दीपक ने नाइजीरिया के एकेरकेमे अजीमोरोव को एकतरफ़ा 12-1 से हराकर अंतिम आठ में जगह बनायी थी।
सेमीफाइनल में दीपक का मुकाबला विश्व चैंपियनशिप के विजेता डेविड मौरिस टेलर से हुआ जिसमें अमेरिकी पहलवान ने दीपक को 10-0 से शिकस्त देकर फ़ाइनल में जगह बनायी । कांस्य पदक के लिए दीपक का मुकाबला रेपेचेज के विजेता से होगा।