श्रीनगर, पाकिस्तानी आर्मी ने पुंछ में भारतीय इलाके में 250 मीटर अंदर तक घुसकर आर्मी-बीएसएफ की पेट्रोल पार्टी पर हमला कर दिया और हमले में शहीद दो भारतीय जवानों के सिर काट ले गए।
कानपुर के कैप्टन आयुष यादव, भी फिदायीन हमले मे शहीद
सूत्रों के अनुसार, कृष्णा घाटी में पाकिस्तान ने पहले रॉकेट और भारी हथियारों से हमला किया। भारत की तरफ से भी जवाब दिया गया। इस दौरान दो पोस्ट के बीच भारतीय जवानों की एक टुकड़ी एलओसी पर लगी तारों की फेंसिंग पार कर लैंडमाइंस की चैकिंग के लिए आगे बढ़ी। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम वहां पहले से घात लगाकर बैठी थी। उसकी फायरिंग में हमारे दो जवान शहीद हो गए। इसके बाद पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने शहीदों के शवों के साथ बर्बरता की। उनके सिर काट दिए गए।
सूत्रों के अनुसार, यह पाक का सोचा समझा हमला था। पाकिस्तान आर्मी की बीएटी टीम एलओसी पार कर भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक घुस आई थी। ये काफी देर से हमले को अंजाम देने का इंतजार कर रहे थे। हमले में 22 सिख इन्फैंट्री के नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ की 200वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर शहीद हो गए। बीएसएफ के कॉन्स्टेबल राजेंद्र सिंह जख्मी हो गए। अब वे खतरे से बाहर हैं। बता दें कि शहीद प्रेम सागर यूपी के देवरिया के रहने वाले थे।
22 नवंबर, 2016 को माछिल में लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकियों के हमले में आर्मी के तीन जवान शहीद हो गए। एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। इससे पहले पिछले साल 28 अक्टूबर में भी एक जवान मनदीप सिंह के शव का भी पाकिस्तान की सेना ने अपमान किया था। पाकिस्तानी आर्मी के कवर फायर का फायदा उठाते हुए आतंकीलाइन ऑफ कंट्रोल के रास्ते घुसे और एक जवान की जान ले ली। उसके बाद जवान के शव को क्षत-विक्षत कर दिया। ये घटना भी माछिल सेक्टर में ही हुई थी।