मुंबई, फिल्म ‘पार्टिशन: 1947’ को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है। देश की आजादी के संघर्ष के अंतिम दौर में अंग्रेजी हुकूमत से भारतीय नेताओं के संघर्ष और भारत-पाक त्रासदी को लेकर भारतीय मूल की ब्रिटिश फिल्मकार गुरिंदर चड्ढा की इस फिल्म को पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने यह कहकर रिलीज के लिए सार्टिफिकेट देने से मना कर दिया कि यह फिल्म उनके देश की छवि को नकारात्मक रूप में पेश करती है।
ऐसी फिल्म को रिलीज किया, तो देश की जनता की संवेदनाओं को ठेस पहुंचेगी। इस फिल्म में पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की जिद्द को भारत-पाक बंटवारे के लिए मुख्य रूप से दोषी माना गया है, जो बंटवारे की मांग पर अड़ गए थे। फिल्म यह भी कहती है कि अंतिम वायसरॉय के तौर पर माउंटबैटन को सत्ता हस्तांतरण के लिए भारत भेजने से पहले अंग्रेजी सत्ता ने दोनों देशों के बंटवारे की योजना को 1945 में ही गुपचुप तरीके से तैयार कर लिया था।
फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर द वायसरॉय हाउस नाम से और भारत के हिंदी भाषी राज्यों में ‘पार्टिशन: 1947’ नाम से रिलीज किया गया। यह फिल्म पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी रिलीज की गई है, जहां इसे लेकर कोई समस्या नहीं हुई। दूसरी ओर, पाकिस्तान के सिनेमाघरों में अक्षय कुमार की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा को अच्छा रिस्पांस मिला है।