पाकिस्तान से घुसपैठ की ताक में 250 आतंकी, सीमा पर सेना कर रही निगरानी

श्रीनगर, उत्तरी कश्मीर में एलओसी के पार पाक अधिकृत कश्मीर के अग्रिम इलाकों में वहां की सेना की निगरानी में लगभग 250 आतंकी अपने लांचिंग पैड पर भारतीय सीमा में घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। हालांकि एलओसी पर ही मार गिराने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है। यह दावा सेना की किलो फोर्स के जीओसी  मेजर जनरल एके सिंह ने किया। पट्टन के हैदरबेग में सेना ने फौजी बनने के इच्छुक युवकों की लिखित परीक्षा आयोजित की थी।

परीक्षा प्रबंधों का निरीक्षण करने के बाद जीओसी मेजर जनरल एके सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जीओसी ने कहा कि यहां हालात उतने बुरे नहीं हैं, जितने बताए जाते हैं। उन्होंने परीक्षा में बैठे युवकों की संख्या की तरफ संकेत करते हुए कहा कि कश्मीर में बीते कई वर्षो से स्थानीय युवकों को शरारती तत्व जिहादी पाठ पढ़ा रहे हैं। इसी वजह से नौजवान आतंकी बन रहे हैं। आतंकी बनने वालों की संख्या नाममात्र ही है। एके सिंह ने कहा कि बेशक आतंकी बनने वालों की संख्या गिनी चुनी है, लेकिन किसी एक नौजवान का भी आतंकी बनना, कश्मीर के लिए चुनौती है।

यहां लाखों नौजवान हैं और जमकर राष्ट्रविरोधी दुष्प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में गिने चुने नौजवान ही आतंकी बने हैं। हमारा प्रयास है कि यह संख्या शून्य हो। हिज्बुल आतंकी सब्जार के मारे जाने से पैदा हुए हालात पर उन्होंने कहा कि आतंकियों के मारे जाने से आतंकवाद बढ़ता नहीं सिर्फ घटता है। इसलिए उसकी मौत का असर भी आपको जल्द ही नजर आएगा। उत्तरी कश्मीर में लगभग 90 आतंकियों के ही सक्रिय होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी आतंकियों को मार भगाने, उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर अभियान चलाए जा रहे हैं।

सरहद पार से घुसपैठ और जंगबंदी की घटनाओं से संबंधी सवाल के जवाब में एके सिंह ने कहा कि इस समय एलओसी के पार बने लांचिंग पैड पर 200 से 250 आतंकी हैं। पाकिस्तानी सेना इन आतंकियों को जल्द भारतीय इलाके में घुसपैठ कराना चाहती है। एलओसी पर जंगबंदी के उल्लंघन के साथ घुसपैठ की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।

घुसपैठ रोधी तंत्र के साथ खुफिया तंत्र को पूरी तरह मजबूत बनाया है। एक सप्ताह के दौरान उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर सेना ने घुसपैठ के कई प्रयास नाकाम बनाते हुए कई आतंकियों को मार गिराया है। एके सिंह ने कहा कि इस बार घुसपैठ के प्रयास भी बीते साल की तुलना में ज्यादा हो रहे हैं, वादी के अंदरुनी इलाकों में आतंकियों की संख्या कुछ ज्यादा है। उनके खिलाफ अभियान भी ज्यादा हो रहे हैं। आतंकी भी मारे जा रहे हैं। जल्द हालात पूरी तरह सामान्य होंगे।

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