जम्मू, पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों और असैन्य इलाकों पर आज गोलाबारी और गोलीबारी की जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया, पाकिस्तान सेना ने नियंत्रण रेखा के पास पुंछ सेक्टर में आज तड़के करीब पांच बजकर 34 मिनट से छोटे हथियारों, स्वचालित हथियारों एवं मोर्टार से अकारण अंधाधुंध गोलीबारी शुरू की। उन्होंने कहा, भारतीय सेना ने इसका कड़ा और उचित जवाब दिया।
पुंछ के मनकोट उप सेक्टर में भी गोलाबारी और गोलीबारी की रिपोर्ट मिली थीं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने 13 अगस्त को कृष्णाघाटी, नौशेरा, मनकोट और उत्तर कश्मीर में चार बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया था जिसमें तीन जवान घायल हो गए थे। पाकिस्तान बलों ने 12 अगस्त को कृष्णाघाटी और पुंछ सेक्टरों में अग्रिम चौकियों और असैन्य क्षेत्रों पर गोलीबारी की थी जिसमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर और एक महिला की मौत हो गई थी। 12 अगस्त को पाकिस्तान सेना की गोलाबारी में गोहलाद कलरान की राकिया बी के घर के पास एक गोला फटने से उनकी मौत हो गई थी।
कृष्णाघाटी सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में 12 अगस्त को नायब सूबेदार जगराम सिंह तोमर भी शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी बलों ने पुंछ जिले के कृष्णाघाटी सेक्टर में आठ अगस्त को भी गोलीबारी एवं गोलाबारी की थी जिसमें सिपाही पवन सिंह सुगरा गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान बलों के संघर्षविराम उल्लंघन में सात अगस्त को सेना का एक जवान घायल हो गया था।
पाकिस्तानी बलों ने छह अगस्त को जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के बाबा खोरी में नियंत्रण रेखा के पास भारतीय चौकियों पर गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इससे पहले पाकिस्तानी बलों ने 30 जुलाई को नौशेरा सेक्टर के बाबा खोरी इलाके में हल्के हथियारों और मध्यम क्षमता वाली मशीन गनों से गोलीबारी की थी। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम किए जाने की घटनाओं में वर्ष 2017 में बढ़ोतरी हुई है।
आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने एक अगस्त तक 285 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जबकि वर्ष 2016 में यह संख्या 228 थी। जुलाई में पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम उल्लंघन में नौ जवानों समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी और 18 घायल हुए थे। जून में पाकिस्तान की ओर से दो बार घुसपैठ की कोशिश की गई, एक बीएटी हमला और 83 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया। इस दौरान तीन जवानों सहित चार लोगों की जान गई और 12 लोग घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान ने मई में 79 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया।