नई दिल्ली, पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान उबल रहा है। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बलूच कार्यकर्ता पाक से आजादी की मांग कर रहे हैं। यूरोप हो या अमेरिका हर जगह से बलूची कार्यकर्ता चीख चीख कर कह रहे हैं कि पाकिस्तान के हुक्मरान बलूचियों के मानवाधिकारों का हनन कर रहे हैं। बलूची लोगों का कहना है कि पिछले 70 सालों में बलूची लोगों सिर्फ और सिर्फ दर्द मिला है।
बलूची अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली नाइला कादरी बलूच ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान दुनिया से दखल देने की मांग करता है। लेकिन बलूचियों की जाएज मांग पर पाक के हुक्मरान चुप्पी साध लेते हैं। बलूच फ्रीडम मूवमेंट से जुड़ीं नाइला कादरी बलूच का कहना है कि पाक के हुक्मरानों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन से बलूची लोग कुछ भी हासिल नहीं कर सकते हैं। बिना सर्जिकल स्ट्राइक के पाक समझने वाला नहीं है। पाक सेना के जनरल अहिंसक विरोध- प्रदर्शन को समझते ही नहीं हैं। उन्हें लोकतंत्र और मानवाधिकारों से लेना देना नहीं है। आज दुनिया के सभी मुल्कों से अपील करती हैं कि वह लोग बलूची लोगों के प्रदर्शन को नैतिक और कानूनी समर्थन दें ताकि पाकिस्तान के जुल्म लोग बच सकें। नाइला कादरी बलूच ने कहा कि अगर पाकिस्तान और बलूचिस्तान को अकेला छोड़ दिया जाए तो बलूची लोग अपने आप को पाक के चंगुल से आजाद करा लेेंगे। पाकिस्तान किसी भी राष्ट्र के खिलाफ अकेले कोई लड़ाई नहीं जीत सकता है। पाकिस्तान को हमेशा मदद की दरकार रहती है। पाकिस्तान अकेले बलूची लोगों से भी नहीं लड़ सकता है, वह मदद के लिए हमेशा चीन की तरफ देखता है।