नयी दिल्ली, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बारहवीं कक्षा की किताब में महिलाओं के बारे में यौन टिप्पणी की कड़ी निंदा की है और इस मामले में दोषियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं ।
जावडेकर ने पत्रकारों से कहा कि आज ही यह खबर आयी है कि निजी प्रकाशक द्वारा प्रकाशित बारहवीं कक्षा की पुस्तक में महिलाओं के खिलाफ यौन टिप्पणी की गयी है । उन्होंने कहा कि वह इस तरह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं । उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़े स्कूलों में राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् की किताबें पढ़ाई जानी चाहिए न कि निजी प्रकाशकों की लेकिन प्राइवेट स्कूल वाले फायदे के लिए निजी प्रकाशक की किताबें पढ़ाते हैं ।
उन्होंने कहा कि एनसीआरटी की किताबें अच्छी होती हैं और उन्हें ही पढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों को एनसीआरटी की किताबें मुहैया कराई जा रही हैं । श्री जावडेकर ने कहा कि वह इस घटना की जांच करा रहे हैं और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी । निजी स्कूलों को किताबों को पाठ्यक्रम में लगाने से पहले अधिक सतर्क रहने की जरूरत है ।
दिल्ली के प्रकाशक न्यू सरस्वती हाउस ने वी के शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक हेल्थ एवं फिजिकल एजूकेशन में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी है । प्रकाशक का कहना है कि वह तत्काल इस पुस्तक को
वापस ले रहे हैं ।
इस बीच सीबीएससीई का कहना है कि स्कूल वालों को निजी प्रकाशकों की पुस्तक पाठ्यक्रम में लगाते समय
अधिक सावधानी बरतनी चाहिए और सतर्क रहना चाहिए कि किताबों में ऐसी बात नहीं होनी चाहिए जिससे किसी की भावना आहत होती हो ।