नयी दिल्ली, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और असंतुष्ठ नेताओं की तेज हुई गतिविधि से परेशान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 26 मार्च को पार्टी के महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की यहां एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार श्रीमती गांधी इस बैठक में हिस्सा लेंगी लेकिन वह बैठक की अध्यक्षता नहीं करेंगी। बैठक में पांच राज्यों में कांग्रेस की हार और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के साथ ही आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस महासचिवों की इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी और पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है ताकि हार के कारणों पर विस्तृत चर्चा हो सके। उत्तराखंड, पंजाब, उत्तरप्रदेश, मणिपुर और गोवा में कांग्रेस पार्टी को हाल के विधानसभा चुनाव में जिस तरह से हार का सामना करना पड़ा उसके बाद कांग्रेस में खलबली मची है और इस माहौल में श्रीमती गांधी द्वारा बुलाई गई इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है।
कांग्रेस नेतृत्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती समूह-23 के नेता बन रहे हैं जो हाल के चुनावों में पार्टी को मिली हार के बाद ज्यादा सक्रिय हो गये हैं और लगातार बैठकों का दौर कर रहे हैं। इस दौरान कपिल सिब्बल जैसे नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर सीधा हमला भी शुरु कर दिया है और गांधी परिवार को अध्यक्ष पद से हटने के लिए कहा है।