पेरिस, पहली बार रोलां गैरो का सेमीफ़ाइनल खेल रही खिलाड़ियों में 31वीं सीड अनास्तासिया पाव्ल्युचेंकोवा ने तमारा जिदानसेकको गुरूवार को एक घंटे 34 मिनट में 7-5, 6-3 से हराकर 52 प्रयासों में पहली बार किसी ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उनका मुकाबला पहली बार फ़ाइनल में पहुंची चेक गणराज्य की खिलाड़ी बारबोरा क्रेजीकोवा से होगा जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में यूनान की मारिया सक्कारी की चुनौती को तीन घंटे 18 मिनट तक चले कड़े संघर्ष में 7-5, 4-6, 9-7 से काबू किया।
29 वर्षीया पाव्ल्युचेंकोवा पहली महिला खिलाड़ी बनी है जिन्होंने 50 से ज्यादा ग्रैंड स्लेम खेलने के बाद अपने पहले फ़ाइनल में जगह बनायी है । उन्होंने अपना पहला ग्रैंड स्लेम 15 साल की वाइल्ड कार्ड खिलाड़ी के तौर पर विम्बलडन 2007 में खेला था जहां वह पहले दौर में डेनिएला हांतुकोवा से हार गयी थीं और इस सप्ताह उन्होंने अपने 52वें ग्रैंड स्लेम के मुख्य ड्रा के फ़ाइनल में जगह बना ली है। पिछले रिकॉर्ड रोबर्टा विंसी के नाम था जो अपने 44वें ग्रैंड स्लेम मुख्य ड्रा में 2015 में यूएस ओपन में उपविजेता रही थीं।
पाव्ल्युचेंकोवा ने फ़ाइनल में पहुंचने के साथ ही अपने देश का पिछले छह साल का फाइनल में पहुंचने वाली खिलाड़ी का सूखा भी समाप्त कर दिया है। वर्ष 2004 से 2015 के बीच सिर्फ वर्ष 2005 को छोड़कर एक रूसी महिला खिलाड़ी कम से कम एक ग्रैंड स्लेम फ़ाइनल में अवश्य पहुंची है। पाव्ल्युचेंकोवा से पहले ऐसा करने वाली आखिरी खिलाड़ी मारिया शारापोवा थीं जो 2015 के ऑस्ट्रेलियन ओपन के फ़ाइनल में अमेरिका की सेरेना विलियम्स से हार गयी थीं।
ग्रैंड स्लेम के सेमीफाइनल में पहुंची स्लोवेनिया की पहली खिलाड़ी जिदानसेक के खिलाफ पाव्ल्युचेंकोवा ने पहला सेट 7-5 से जीता और दूसरे सेट में अपनी लय बनाये रखते हुए 6-3 से जीत हासिल कर मैच एक घंटे 34 मिनट में समाप्त कर दिया। दूसरे सेमीफाइनल में मुकाबला काफी संघर्षमय रहा। क्रेजीकोवा ने पहला सेट जीतने के बाद दूसरा सेट गंवा दिया लेकिन निर्णायक सेट में उन्होंने 0-4 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए सेट को 6-6 के स्कोर तक पहुंचाया और और फिर निर्णायक सेट को 9-7 से जीतकर पहली बार फ्रेंच ओपन के फ़ाइनल में जगह बना ली।