
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आज शुरू हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में आयी है। बजट को वित्त मंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को सदन में पेश करेंगी। मुख्यमंत्री गुप्ता वित्त मंत्रालय भी संभाल रही हैं।
इससे पहले लक्ष्मीनगर से भाजपा विधायक अभय वर्मा ने सदन में आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं किये जाने को लेकर कहा कि संसदीय परंपरा में आम तौर पर बजट पेश करने से पहले सरकार आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है, तो क्या वजह है कि इस बार आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं किया जा रहा है। उन्होंने इस मुद्दे पर वित्त मंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।
श्री वर्मा से सवाल को जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसी बहुत सी परंपराएं हैं, जो दिल्ली विधानसभा में फिर से शुरू हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के दौरान कभी प्रश्नकाल नहीं होता था, लेकिन अब प्रश्नकाल शुरू हुआ है। उन्होंने कहा, “आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया जाएगा, लेकिन उसमें अभी कुछ और समय लगेगा।” उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों से ऑडिट रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुए हैं। साथ ही कई अधिकारियों ने अपनी रिपोर्टें नहीं सौंपी है।
श्रीमती गुप्ता ने कहा कि जैसे ही ऑडिट रिपोर्ट प्राप्त हो जाएंगी, तो आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रख दिया जाएगा। इसके साथ ही पिछली सरकार के कामकाज को लेकर श्वेत पत्र भी लाया जाएगा। इसको लेकर सवाल खड़ा हुआ कि बजट पेश किये जाने के बाद आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही पिछले सरकार के कामकाज को लेकर श्वेत पत्र पर लाया जाएगा।
भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने बजट के बाद आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किये जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह पहला मौका नहीं है, जब दिल्ली विधानसभा में बजट के बाद आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया जाएगा। उन्होंंने बताया कि इससे पहले चार बार दिल्ली विधानसभा में बजट के बाद आर्थिक सर्वेक्षण को प्रस्तुत किया गया है।