लखनऊ, नगर निकाय चुनाव के सबंध में उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में रिट दायर करके नगरीय निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को समाप्त करने का षडयंत्र रचा जिसके लिये सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जनता से माफी मांगना चाहिए।
श्री चौधरी ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ा वर्ग सहित सभी वर्गों के हितों की रक्षा के संकल्प को पूरा किया है। भाजपा की सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास की नीति है जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की नीति परिवार और रिश्तेदारों के विकास तक सीमित है।
उन्होने कहा कि पिछडे़ व दलितों सहित समाज के सभी वर्गों को सपा-बसपा कांग्रेस ने भ्रम फैलाकर छलने का काम किया है। श्री अखिलेश यादव ने पिछड़ा वर्ग के सहयोग से सत्ता प्राप्त की लेकिन सत्ता का लाभ सैफई कुनवे तथा उनके कुछ चहेते लोगो तक सीमित रहा। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हाईकोर्ट में रिट दायर करके नगरीय निकाय चुनाव में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को समाप्त करने का षडयंत्र रचा। अखिलेश यादव को पिछड़ा वर्ग विरोधी षडयंत्र के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए।
श्री चौधरी ने कहा कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने का विरोध सपा के पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का सबसे बड़ा प्रमाण है। श्री अखिलेश यादव बताएं कि बिहार में नितीश कुमार के साथ उनके क्या संबध है और बिहार में बिना पिछड़ा वर्ग आरक्षण के नगरीय निकाय चुनाव का विरोध उनकी पार्टी ने क्यों नहीं किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा-बसपा तथा कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल झूठ, भ्रम व फरेब की अपनी परम्परागत राजनीति से सत्ता प्राप्त करने के मंसूबे पाले हुए हैं। लेकिन जनता इनके खतरनाक मंसूबे कभी पूरे नहीं होने देगी।