वाशिंगटन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टि्वटर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाने और 2014 के आम चुनाव प्रचार के दौरान जीतने की कोशिश के लिए अपने पोस्ट्स में अमिताभ बच्चन और सचिन तेंदुलकर जैसी हस्तियों का जिक्र किया।
मिशिगन विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर जॉयजीत पाल ने चुनाव से पूर्व और बाद में भारतीय हस्तियों के साथ मोदी के संपर्क का अध्ययन करने के लिए फरवरी 2009 और अक्टूबर 2015 के बीच 9,000 से अधिक ट्वीट्स का विश्लेषण किया। मोदी ने साल 2009 में ट्वीट करना शुरू किया था जब वह किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद भारत के चुनिंदा नेताओं में से एक थे। अक्टूबर 2012 तक उनके 10 लाख से अधिक फॉलोवर हो गए।
वर्तमान में उनके अकाउंट पर 4.6 करोड़ फॉलोवर हैं। पाल ने अध्ययन में लिखा, ‘‘मुख्यधारा की कई फिल्मों में सीधे तौर पर 2002 के गुजरात दंगों को दिखाया गया और नेताओं तथा प्रशासन को दंगों के दोषी के रूप में दिखाया।’’ पाल के अनुसार, राजनीति में मोदी का कद बढ़ने के साथ ही भारत में सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ा। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप डिजीटल मीडिया पर मौजूदा लोगों तक पहुंचने के लिए चुनाव के दौरान और उसके बाद अपने पोस्ट्स में मशहूर हस्तियों का जिक्र बड़े पैमाने पर किया गया।
मोदी के टि्वटर फीड का अध्ययन करने के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि 414 ट्वीट में हस्तियों का जिक्र किया गया। इनमें से किसी-किसी ट्वीट में कई हस्तियों को टैग किया गया। पाल के अनुसार, पिछले छह साल में मोदी के ट्वीट का अध्ययन करके उन्होंने पाया कि प्रधानमंत्री ने तीन अलग-अलग चरणों का इस्तेमाल किया। उन्होंने पहले चरण में क्षेत्रीय स्तर के नेता से अपनी छवि राष्ट्रीय स्तर के नेता के तौर पर स्थापित की। दूसरे चरण में उन्होंने अमिताभ बच्चन, कारोबारी नारायण मूर्ति, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर जैसी हस्तियों का जिक्र किया। तीसरे चरण में चुनाव के बाद भी हस्तियों को पोस्ट में टैग किया गया।