वाशिंगटन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की द्विपक्षीय मुलाकातों की कड़ी में दूसरी बैठक अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ हुई जिसमें प्रधानमंत्री ने कोविड महामारी में अमेरिका की ओर से मिले सहयोग के लिए उनके योगदान के लिए भावपूर्ण आभार व्यक्त किया।
श्री मोदी व्हाइट हाउस पहुंचे जहां सुश्री हैरिस ने उनका स्वागत किया। पहले दोनों नेताओं ने एकांत में बात की और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में भाग लिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू और विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अमेरिका) वाणी राव शामिल थीं।
बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। श्री मोदी ने कोविड महामारी के दौरान सुश्री हैरिस की मदद को याद करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो चुकी है। एक बार तब बातचीत हुई थी जब भारत कोविड महामारी से जूझ रहा था। उस समय सुश्री हैरिस के एकजुटता व्यक्त करने वाले शब्द उन्हें याद हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका की सरकार एवं कंपनियों और प्रवासी भारतीय समुदाय कोविड महामारी से बहुत कठिन मुकाबले में काफी मददगार रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति और सुश्री हैरिस स्वयं ने ऐसे समय पदभार संभाला जब पूरी दुनिया बहुत कठिन चुनौती से जूझ रही थी और बहुत कम समय में ही उन्होंने तमाम उपलब्धियां हासिल कीं चाहे वह कोविड से मुकाबला हो या जलवायु परिवर्तन हो या क्वाड हो।
उन्होंने कहा कि भारत एवं अमेरिका विश्व के सबसे बड़े एवं सबसे पुराने लोकतंत्र हैं। हमारेे मूल्य समान हैं और हमारा सहयोग धीरे धीरे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में आपका चुनाव एक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक घटना रही है। आप विश्व भर में बहुत से लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं और मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन एवं आपके नेतृत्व में हमारे द्विपक्षीय संबंध नयी ऊंचाई छुएंगे।”
श्री मोदी ने उन्हें निमंत्रित करते हुए कहा, “भारत के लोग आपका स्वागत करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मैं आपको भारत आने का निमंत्रण देता हूं।”
सुश्री हैरिस ने कहा कि भारत अमेरिका का एक बहुत ही अहम साझीदार है। जब भारत कोविड की दूसरी लहर से परेशान था, अमेरिका को भारत के लोगों की जरूरत और उसके लोगों के टीकाकरण की जिम्मेदारी का समर्थन एवं सहयोग देने का गर्व है। उन्होंने कोविड टीकों के निर्यात को बहाल करने की भारत की घोषणा का स्वागत किया और इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत रोजाना करीब एक करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार अमेरिकी उपराष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह पहला औपचारिक संवाद था। दोनों नेताओं के बीच इस वर्ष जून में टेलीफोन पर बातचीत हुई थी।
सूत्रों के अनुसार उपराष्ट्रपति सुश्री हैरिस ने भारत को कोविड महामारी के काल में अमेरिकी टीके उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता देने की पेशकश की थी। व्हाइट हाउस में हुई इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने परस्पर हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श किया।