सूरत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सूरत में पाटीदार समाज की संस्था सरदारधाम की ओर से आयोजित वैश्विक पाटीदार व्यापार सम्मेलन (जीपीबीएस) का शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उद्धाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा,“ दुनिया के सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में एक शहर सूरत है और आप सब आज सूरत में बैठ करके नए संकल्प ले रहे हैं। आप सबका बहुत-बहुत अभिनंदन। कुछ महीने के अंतराल में सरदार धाम से जुड़े साथियो दुनिया में भारत और गुजरात के गौरव को बढ़ाने वाले आप सभी बहनों-भाईयों को फिर से मिलने का मुझे मौका मिला है।”
उन्होंने कहा,“ ये गुजरात और भारत के प्रति हमारे साझा संकल्प, साझा प्रतिबद्धता का ही प्रमाण है। साथियों, देश को जब नई-नई आजादी मिली थी। उस समय सरदार साहब ने कहा था कि भारत में संपदा की काई कमी नहीं है। हमें बस अपने दिमाग अपने संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाना होगा। मैं कहता हूं कि आजादी के मुकाबले में आने वाले 25 सालों के लिए जब हम संकल्प के साथ निकले हैं तो सरदार साहब की इस बात को हमने कभी भूलना नहीं चाहिए। आज भारत के पास इतना कुछ है। हमें बस अपने आत्मविश्वास आत्मनिर्भरता के अपने जज्बे को मजबूत करना है। ये आत्मविश्वास तभी आएगा जब विकास में सबकी भागीदारी होगी। सबका प्रयास लगेगा। साथियों बीते आठ सालों में देश में बिजनेस क्रिएटिविटी का एक नया विश्वास जगाने का प्रयास किया जा रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा,“ अपनी नीतियों अपने एक्शन के माध्यम से सरकार का निरंतर प्रयास है कि देश में एसा माहोल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने, उसके सपने देखे वो उद्यमिता पर गौरव करे। मेक इन इंडिया मेक फोर द वर्ल्ड इसको नए भारत की नयी संस्कृति बनाने के लिए मैं समझता हूं काम किया जा रहा है। इसलिए आधुनिक कनेक्टीवीटी के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास नए शहरों के निर्माण पुराने शहरों में स्मार्ट सुविधाएं निश्चित करने पुराने नियमों कायदों से देश को मुक्त करने इनोवेशन की आइडिया की हैंड-हॉल्डिंग एसे सभी कामों पर एक साथ काम किया जा रहा है।”
उल्लेखनीय है कि सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए ‘मिशन 2026’ के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। यह सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में होता है। पहले दो सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में हुए थे। इस जीपीबीएस-2022 का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ रखा गया है।
इस सम्मेलन का लक्ष्य पाटीदार समाज के छोटे, मझोले तथा बड़े उद्यमियों को एक साथ लाना, उन्हें आगे बढ़ाना और नए उद्यमियों को सहयोग देने के साथ ही शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देना है। यह तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन 29 अप्रैल से लेकर एक मई तक चलेगा। इसमें सरकारी औद्योगिक नीति, मध्य, सुक्ष्म एवं लघु उद्योग (एमएसएमई) , स्टार्ट-अप, नवाचार से संबंधित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।