झांसी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को बटन दबाकर जनपद में पात्र पांच बच्चों में खातों में छात्रवृत्ति भेजी।
इस अवसर पर यहां जिलाधिकारी कार्यालय एनआईसी में पात्र बच्चों के साथ जनप्रतिनिधियों और जिले के आला अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में वर्चुअली हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर कक्षा-1 से 12 तक अध्ययनरत प्रत्येक बच्चे के बैंक खाते में विशेष ”स्कॉलरशिप फॉर पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन“ के तहत बीस हजार रूपये की धनराशि प्रेषित की, जिसमें एक हजार रूपये प्रतिमाह एक वर्ष तक कुल 12 हजार रूपये तथा आठ हजार रूपये बच्चे की किताबें, यूनीफार्म, जूते एवं शिक्षा से सम्बन्धित अन्य सामग्री के लिए भेजे गये हैं।
यह योजना दिनांक 29 मई 2021 को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ की गयी थी जिसमें 01 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 के मध्य कोविड-19 महामारी में अपने माता-पिता दोनों व अपने वैध संरक्षक को खोने वाले बच्चों को सहयोग प्रदान की गयी है।
आज प्रधानमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से देश भर के बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- आज मैं प्रधानमंत्री नही बल्कि आपके परिवार के सदस्य के रूप में आपसे बात कर रहा हूं। बीते दो वर्षों में कोरोना की विभीषिका में दुनिया भर में लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। इस महामारी में अपने अभिभावक को खो देने की आपकी पीड़ा को शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि अभिभावक की मौजूदगी बच्चे के लिए हमेशा एक संबल की तरह होती है। आपके अभिभावक ने अब तक आपको हर सही-गलत, अच्छे-बुरे का भेद बताया, आपका मार्गदर्शन किया। आज जब वो आपके साथ नही हैं तो आपके जीवन में आए इस खालीपन को भर पाना तो किसी के लिए भी सम्भव नही है, लेकिन आपके परिजन के तौर पर मैं आपको यह विश्वास दिलाता हूँ कि आप अपने संघर्षों में, अपनी कठिनाईयों में, अपने दुःख-सुःख में अकेले नही हैं। पूरा देश आपके साथ है। प्रधानमंत्री जी ने सभी बच्चों को उनके कुशल-मंगल और उज्ज्वल भविष्य की अनन्त शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर झांसी एनआईसी में सांसद झांसी-ललितपुर अनुराग शर्मा सहित अध्यक्ष जिला पंचायत पवन गौतम,मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने आयोजित कार्यक्रम में मौके पर उपस्थित 03 बच्चे को किट प्रदान की जिसमें माननीय प्रधानमंत्री जी का एक पत्र, एक स्नेह प्रमाण पत्र, एक डाकघर पास बुक व 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष की स्वास्थ्य सहायता हेतु आयुष्मान कार्ड प्रदान करते हुये कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों की व्यापक देखभाल और सुरक्षा को निरन्तर तरीके से सुरक्षित करना और स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से उनको सक्षम व स्वस्थ बनाना, शिक्षा के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना और 23 वर्ष की आयु तक आत्म-समर्थन के साथ आत्मनिर्भर अस्तित्व के माध्यम से परिपूर्ण करना है।
मुख्य विकास अधिकारी श्री शैलेष कुमार ने कहा कि आपके माता-पिता की भरपाई तो नही की जा सकती लेकिन प्रशासन प्रत्येक कदम पर आपके साथ है, किसी भी समय आप प्रशासन की सहायता ले सकते हैं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी नंदलाल ने कहा कि बाल कल्याण समिति समय-समय पर बच्चे को परामर्श देते हुये उसकी देखभाल एवं संरक्षण सुनिश्चित करती रहेगी। उन्होंने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये शिक्षा पर विशेष ध्यान देने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि इस बच्चे को उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनान्तर्गत प्रत्येक माह चार हजार रूपये की दर से प्रत्येक त्रैमास पर 12 हजार की धनराशि नियमित प्रेषित की जा रही है।