नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 राज्यों के सांसदों से आज यहां मुलाकात की और उन्हें अगले दो माह के लिये एजेंडा से अवगत कराया। मोदी ने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने निवास पर सुबह नाश्ते पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा और असम सहित पूर्वोत्तर के सांसद को आमंत्रित किया और 12 अप्रैल को संसद का बजट सत्र समाप्त होने के बाद दो माह तक का एजेंडा समझाया और सक्रिय रूप से जुटने का आह्वान किया।
सूत्रों ने बताया कि संसद का सत्र 12 अप्रैल को खत्म होने के तुरंत बाद 14 अप्रैल को डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पड़ेगी। इसके बाद मई महीने में मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने को लेकर सरकार की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाना है। इसको लेकर सरकार और संगठन ने कसरत शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने देश की वर्तमान राजनीति में आये दूरगामी परिवर्तन को मद्देनजर रखकर भाजपा सांसदों का समाज जीवन के भिन्न भिन्न जनसमूहों के साथ संपर्क माध्यम से जुडने का मार्गदर्शन दिया। साथ ही गरीब और वंचित परिवारों के साथ लगाव बनाने के साथ-साथ अपने कार्यक्षेत्र में केंद्र सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं और लाभार्थी समुदायों तक उन्हें कैसे पहुंचायें इसका भी दिशा निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान सांसदों के पास सोशल मीडिया तकनीक के माध्यम से मोबाइल संचार का सर्वोत्तम माध्यम है। इसका जनप्रतिनिधि अपने कायक्षेत्र में व्यापक स्तर पर सघन जनसंपर्क कर सकते हैं। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। शाह ने आगामी 6 अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस से 14 अप्रैल-डॉ अंबेडकर जयंती तक देशभर में जनसंपर्क अभियान में सांसदों की भूमिका बताई। शाह ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव के नतीजों से यह बात साफ है कि देश की राजनीति में प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब लक्षीय राजनीति से, कई सालों से चली आ रही राजकीय विकृतियां के माहौल को पराजित कर दिया है।
मोदी सरकार के विभिन्न गरीब, गांव, किसान एवं युवाओं और महिलाओं के लिए जो कार्यक्रम हैं, उसके लाभार्थी समुदायों का अलग अलग सम्मेलन ब्लॉक स्तर पर आयोजित करने के निर्देश दिये। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के भी सभी सातों सांसद प्रधानमंत्री निवास पहुंचे थे। अगले महीने दिल्ली में नगर निगमों के चुनाव होने वाले हैं। इसमें भाजपा हैट्रिक बनाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने दिल्ली के सभी सांसदों से इस बावत भी बातचीत की। इसके अलावा नवम्बर में होने जा रहे हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी वहां के सांसदों से चर्चा किया।