नयी दिल्ली,सत्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र आरंभ होने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों एवं विपक्ष के प्रमुख नेताओं ने सोमवार को सदन की सदस्यता की शपथ ली। सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही अस्थायी अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने राष्ट्रगान के पश्चात अपने संबोधन में 17वीं लोकसभा में निर्वाचित सदस्यों का सदन में स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि परंपरा के अनुरूप सदन की कार्यवाही के सुचारु संचालन में अध्यक्ष पीठ की सहायता करेंगे।
इसके पश्चात महासचिव डॉ. स्नेहलता श्रीवास्तव ने निर्वाचन आयोग से प्राप्त नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखी। इसके बाद डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ के लिए सदन के नेता प्रधानमंत्री श्री मोदी का नाम पुकारा। प्रधानमंत्री के खड़े होते ही सांसदों ने मेजें जोर-जोर से थपथपाकर स्वागत किया और मोदी-मोदी का उद्घोष किया। श्री मोदी ने हिन्दी में शपथ पढ़ी और फिर सदस्यता रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के बाद अध्यक्ष के आसन पर जाकर उनसे भेंट की और आसन की परिक्रमा करके अगली पंक्ति में बैठे नेताअों का अभिवादन करते हुए अपने स्थान पर बैठ गये।
प्रधानमंत्री के बाद कांग्रेस के कोडिकुनिल सुरेश ने हिन्दी में शपथ ली। तत्पश्चात बीजू जनता दल के भर्तृहरि मेहताब ने उडिया में शपथ ली। श्री मेहताब के शपथ लेने पर श्री मोदी ने अपने स्थान पर खड़े होकर उन्हें शुभकामनाएं दीं और हाथ मिलाया। इसके बाद ब्रजभूषण शरण सिंह ने शपथ ली। ये सभी सदन के पीठासीन अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। इनके बाद सर्वश्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा (कन्नड़), नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, श्रीमती हरसिमरत कौर बादल (पंजाबी), श्री रमेश पोखरियाल निशंक और श्री अर्जुन मुंडा ने शपथ ली।
स्मृति ईरानी का नाम पुकारे जाने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी, श्री शाह समेत सभी सदस्यों ने जोर-जोर से मेजें थपथपा कर प्रसन्नता का इज़हार किया। डॉ. हर्षवर्द्धन ने संस्कृत में शपथ ग्रहण की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (कन्नड़), डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय, अरविंद गणपत सावंत (मराठी), गिरिराज सिंह, गजेन्द्र सिंह शेखावत और संतोष गंगवार ने शपथ ग्रहण की।
सदन की कार्यवाही शुरु होने के पहले ही सदन में सरकार के मंत्री और नवनिर्वाचित सदस्य आ गये थे। जो पहले भी सदस्य रह चुके हैं, वे एक दूसरे को बधाई एवं शुभकामनाएं दे रहे थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी सदन में मौजूद थे। रेल एवं वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, मानवसंसाधन विकास मंत्री श्री पोखरियाल श्री जयशंकर के साथ बैठे थे। प्रधानमंत्री करीब दस बजकर 55 मिनट पर सदन में पहुंचे और वे अगली पंक्ति में सभी नेताअों से मिले। श्री मोदी ने कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी से भी भेंट कर उनकी कुशल क्षेम पूछी।
इस बार अगली सीट का नजारा बदला हुआ था। प्रधानमंत्री के साथ श्री राजनाथ सिंह बैठे थे जबकि उनकी बगल की सीट पर श्री शाह, श्री गडकरी, श्री सदानंद गौड़ा एवं श्री थावरचंद गहलोत बैठे थे। श्री रविशंकर प्रसाद, श्री तोमर, श्रीमती बादल, श्री जावड़ेकर, श्री रामविलास पासवान, श्री अर्जुन मुंडा और शिवसेना के कोटे से मंत्री बने अरविंद सावंत अगली सीट पर बैठे थे। श्री सावंत के साथ तृणमूल कांग्रेस के नेता श्री सुदीप बंद्योपाध्याय बैठे थे। बीजद के नेता श्री मेहताब को दूसरी पंक्ति में जगह दी गयी है। द्रमुक के टी आर बालू, ए. राजा, दयानिधि मारन, कनिमोझी, समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव, नेशनल काॅन्फ्रेंस के श्री फारुख अब्दुल्ला और कांग्रेस की श्रीमती सोनिया गांधी बैठी थीं। लोकसभा उपाध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता की सीटें खाली रखीं गयीं थीं।