कोलकाता, पीसी चंद्रा समूह का 28वां वार्षिक राष्ट्रीय पीसी चंद्रा पुरस्कार इस बार देश के क्रिकेट लीजेंड कपिल देव को दिया गया। यहां पीसी चंद्रा गार्डन्स में आयोजित सम्मान समारोह में पहला विश्व कप जीतने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल को पुरस्कार दिया गया।
इस मौके पर पश्चिम बंगाल सरकार के कैबिनेट मंत्री सुब्रत मुखर्जी के साथ पीसी चंद्रा ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक उदय कुमार चंद्रा तथा अन्य लोग मौजूद रहे। ‘पीसी चंद्रा पुरस्कार’ के तहत 15 लाख रुपए की राशि दी जाती है जो कर मुक्त है। कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी कोरोना प्रोटोकॉल और सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए कार्यक्रम में चुनिंदा अतिथियों को बुलाया गया।
कपिल देव रामलाल निखंज, हरियाणा हरीकेन के नाम से भी प्रसिद्ध हैं और भारत के अब तक के महानतम ऑलराउंडर्स में से एक हैं। कई मैच विजयी पारियों से लेकर आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 1983 जीतने तक कपिल ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री (1982) और पद्मभूषण (1991) मिले हैं तथा उन्हें ‘ विजडन इंडियन क्रिकेटर ऑफ द सेंचुरी ’ का खिताब भी दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि पीसी चंद्रा समूह ने इस पुरस्कार समारोह की शुरुआत 1993 में अपने संस्थापक स्वर्गीय पूर्ण चंद्र को श्रद्धांजलि के रूप में की थी। पीसी चंद्र पुरस्कार ने हमेशा जीवन के भिन्न क्षेत्रों के लोगों को मान्यता दी है जो अपने क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में कामयाब रहे हैं। मन्ना डे (1993), प्रोफेसर यू आर राव (1994), सुनील एम गावस्कर (1995), पीटी उषा (2004), मृणाल सेन (2008), गुलजार साब (1997), उस्ताद बिसमिल्लाह खान साहब (2002) अंजू बॉबी जॉर्ज (2007), सौरव गांगुली (2011), हेमा मालिनी (2013), पंडित हरि प्रसाद चौरसिया (2014), डॉ. के राधाकृष्ण 2015), ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद (2016), नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी जी (2017), डॉ. देवी शेट्टी (2019) और अन्य कई हस्तियों को इस पुरस्कार से नवाजा गया है।