गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गाेरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ 55वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी पावन स्मृति में 15- 21 सितंबर के बीच श्रीगोरक्षनाथ मंदिर में आयोजित होने जा रहे सप्तदिवसीय श्रद्धांजलि समारोह के शुभारम्भ और समापन के अवसर पर मौजूद रहेंगे।
गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने आज बताया कि श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत 14 से से 20 सितंबर तक अपराह्न तीन बजे से सायं छह बजे तक सप्तदिवसीय .श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान.यज्ञ. का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि व्यासपीठ पर गुरुधाम वाराणसी से पधारे कथाव्यास स्वामी डॉ. राम कमलदास वेदांती के मुखारविंद से कथा अमृत की वर्षा होगी। 14 सितंबर को अपराह्न 2.30 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रतिष्ठित धर्माचार्य, साधु.संत एवं यजमानगण के साथ अखण्ड ज्योति तथा श्रीमद्भागवत महापुराण की भव्य शोभायात्रा गोरखनाथ मन्दिर गर्भगृह से दिग्विजयनाथ स्मृति भवन कथा स्थल तक जायेगी।
मुख्यमंत्री योगी कमलनाथ ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने धर्म, संस्कृति, शिक्षा, समाज एवं राष्ट्र के प्रायः सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की थी। देश में वे आध्यात्मिक. सामाजिक. पुनर्जागरण के अग्रदूत के रूप में प्रतिष्ठित हुए तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक, चिकित्सा, तकनीकी पुनर्जागरण के अग्रदूत बनकर उभरे।
उन्होंने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ यद्यपि अपने पार्थिव रूप में आज हमारे बीच नहीं है फिर भी उनका कृतित्व आज भी प्रकाश स्तम्भ की तरह राष्ट्र जीवन के राजपथ पर हमारे मार्गदर्शन के लिए विद्यमान है। उनके सपनों के समर्थ भारत के पुनर्निर्माण एवं हिंदू समाज के पुनर्जागरण हेतु हम भी उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रतिवर्ष समारोहपूर्वक आयोजन के माध्यम से प्रेरणा ग्रहण करते हैं ।