ग्रेटर नोएडा, गौतम बौद्ध नगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने अपने विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और मोटोजीपी के भारतीय प्रोत्साहक फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स की टीम के साथ शनिवार को यहां बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) का दौरा किया। इस दौरे का मकसद पुलिस आयुक्त को सर्किट के आसपास के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को दिखाना था।
सुश्री सिंह ने रेस से जुड़ी तैयारियों की योजना पर भी चर्चा की और मोटोजीपी भारत के अधिकारियों के साथ बातचीत की। मोटोजीपी भारत के अधिकारियों ने पुलिस आयुक्त को रेस सप्ताहांत से जुड़ी जरूरतों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बीआईसी में आयोजित बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद कुलकर्णी, ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त साद मियां खान, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अशोक कुमार और सहायक पुलिस आयुक्त पवन गौतम भी शामिल हुए।
श्री कुलकर्णी और श्री खान ने आयुक्त को सुरक्षा तथा पार्किंग के बारे में नवीनतम जानकारी के साथ-साथ वीआईपी यातायात से जुड़ी जानकारी दी। बीआईसी की यात्रा के दौरान आयुक्त सिंह ने मोटोजीपी भारत के नये प्रशासनिक कार्यालय का भी उद्घाटन किया।
सुश्री सिंह खुद बाइकिंग की शौकीन हैं। साथ ही वह उत्तर प्रदेश की पहली महिला कमिश्नर हैं। सुश्री सिंह ने कहा, “हम रोमांचित हैं कि मोटोजीपी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में हो रहा है। यह आयोजन न केवल हमारे राज्य को वैश्विक मोटरस्पोर्ट मैप पर लाएगा, बल्कि भविष्य में इस स्तर के और अधिक अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिये एक मानक भी स्थापित करेगा।”
मोटोजीपी भारत रेस अभियान ‘सड़कें ड्राइविंग के लिये, ट्रैक रेसिंग के लिये’ की सराहना करते हुए सुश्री सिंह ने कहा,“युवा बाइक सवारों के बीच जिम्मेदार ड्राइविंग की भावना पैदा करने के लिये यह एक सराहनीय पहल है। मुझे विश्वास है कि रेस के दौरान गौतम बुद्ध नगर पुलिस और मोटोजीपी भारत बाइकिंग के शौकीनों और समुदाय के बीच जागरूकता बढ़ाने एवं सुरक्षित राइडिंग को सुनिश्चित करने के लिये सहयोग करेंगे।”
फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स के मुख्य परिचालन अधिकारी पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा, “लक्ष्मी सिंह जी का दौरा मोटोजीपी और भारत के लोगों के बीच इसकी गहरी रुचि के बारे में बहुत कुछ बताता है। मोटोजीपी के बारे में उनके पास जो ज्ञान है, उससे कई मुद्दों पर चर्चा करते समय वास्तव में मदद मिली। वह रेस के लिये व्यक्तिगत रूप से रुचि दिखा रही हैं और हम सभी की तरह उत्साहित हैं। उन्होंने पूरी टीम को शुभकामनाएं दीं और किसी भी समय पुलिस प्रशासन से हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया।”
रेस अधिकारियों ने पुलिस सुप्रीमो को एक विशेष स्मृति चिन्ह और इंडियन ग्रां प्री की पहली आधिकारिक टी-शर्ट भी भेंट की।