पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बीसलपुर कोतवाली में तैनात दारोगा और दो सिपाहियों पर एक महिला के घर में घुसकर हंगामा और अभद्रता करने का आरोप लगा है। पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की है। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में घर से अंदर घुसे पुलिसकर्मियों को महिला से नोंकझोंक करते देखा जा सकता है। बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव जोगीठेर निवासी उर्मिला देवी ने पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु को भेजे शिकायती पत्र में कहा कि गांव के ही अनु व उसके भाई दिनेश उसके पौत्र ने विगत छह सितंबर को उससे मारपीट की थी। थाने में शिकायत करने पर पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर ली थी। इसी रंजिश में अनु व दिनेश ने फोन पर उसे जान से मारने की धमकी दी।
विगत 26 अक्टूबर को पीड़िता का पौत्र शनि टिकरी गांव से वापस घर लौट रहा था। तभी रास्ते में उसे घेरकर फिर जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद गत दिवस शुक्रवार को वह अपने घर में बैठी थी। इसी दौरान थाने से दरोगा विपिन कुमार राठी, सिपाही अंकित कुमार तथा मोनू कुमार के साथ उसके घर में घुस आए। उसने पुलिसकर्मियों को बताया कि इस समय उसकी पुत्रवधू स्नान कर रही है। इस पर पुलिसकर्मी जातिसूचक शब्दों के साथ गालियां देने लगे।
उसे धमकी दी कि इसकी शिकायत कहीं की तो फर्जी मुकदमें में जेल भिजवा देंगे। इसी दौरान मुहल्ले वालों ने घटना की वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया। महिला ने एसपी से गुहार लगाते हुए कहा कि ये पुलिसकर्मी कई साल से इस हल्के में पैर जमाए हुए हैं। इनसे उसे जान का खतरा है। बीसलपुर के कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि चचेरे-तहेरे भाइयों के बीच का झगड़ा है। गत दिवस फिर आपस में लड़ाई होने की शिकायत पर पुलिसकर्मी जांच करने गए थे। किसी से कोई अभद्रता नहीं की गई। महिला बेबुनियाद आरोप लगा रही है।