नई दिल्ली, बुलंदशहर गैंगरेप की गूज आज संसद में भी सुनाई दी। यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर आज राज्यसभा में हंगामा भी हुआ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा कि बुलंदशहर, बरेली और शामली में अति हो गई है। उन्होंने कहा कि यूपी से दिल्ली तक गैंगरेप की दहशत है। मायावती ने कहा कि बुलंदशहर में हुए रेप केस पर केंद्र चुप क्यों है? क्या वह भी सपा के साथ मिला हुआ है। मायावती ने कहा कि देश के हर भाग में दलित महिलाओं के खिलाफ रेप की घटनाएं हो रही है, सरकार को इस पर गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए। मायावती की टिप्पणी का जवाब देते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, मायावती ने एक गंभीर मसले को उठाया है। इस तरह की घटनाओं की हर स्तर पर आलोचना होनी चाहिए चाहे वो यूपी में हो रही हैं या देश में कहीं भी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अगर सदन चाहता है तो इस पर बहस हो सकती है। समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा की मांग करते हुए कहा, मुझे यहां पर खड़े होकर एक बार फिर उसी मुद्दे पर चर्चा करते हुए बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही है, यहां तक कि निर्भया गैंगरेप के बाद भी। मैं महिलाओं की सुरक्षा पर एक चर्चा चाहती हूं, चाहे वो कहीं भी हो। मैं इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती हूं। वहीं बुलंदशहर गैंगरेप को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा और बसपा दोनों ने राज्य सरकार के खिलाफ कड़े तेवर अपनाते हुए सीएम अखिलेश यादव से इस्तीफा मांगा है। यूपी में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए भाजपा के बड़े नेता आज पीड़ितों से मिलने जाएंगे।