इलाहाबाद, मेदांता हॉस्पिटल का लखनऊ में 1000 बेड क्षमता वाला अस्पताल अगले साल तक परिचालन में आने की संभावना है और वाराणसी, गोरखपुर एवं इलाहाबाद में इसके सैटेलाइट केन्द्र होंगे। यह जानकारी समूह के चेयरमैन नरेश त्रेहन ने दी है। त्रेहन ने कल यहां संवाददाताओं को बताया, लखनऊ के शहीद पीठ में हमारा अस्पताल वर्ष 2018 में काम करना शुरू कर देगा।
हम चाहते हैं हमारी विश्वस्तरीय सेवाओं का लाभ उठाने के लिए दूरदराज से आने वाले मरीजों को लंबी यात्रा न करना पड़े। इसे ध्यान में रखकर हम पूर्वी उप्र में तीन सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में 22 करोड़ की आबादी है जिससे जाहिर है कि यहां स्वास्थ्य देखभाल की भारी जरूरत है। यही वजह है कि हम इस राज्य में 1000 बेड की क्षमता वाला अस्पताल खोल रहे हैं।
लखनऊ में एक अस्पताल के अलावा नोएडा में एक अस्पताल होगा। नोएडा का अस्पताल भी पश्चिमी उप्र के छोटे कस्बों में सैटेलाइट सेंटर की सुविधा से जुड़ सकता है। त्रेहन यहां स्थित एक अस्पताल के गठबंधन में एक टेली-मेडिसिन सेवा के उद्घाटन के लिए आए थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हम मेदांता को एनसीआर से बाहर ले जाने की दिशा में काम करते रहे हैं।
रांची और इंदौर में हमारे अस्पताल पहले से ही काम कर रहे हैं। इसके अलावा, पटना में काम तेज गति से चल रहा है जहां हम बिहार सरकार के गठबंधन में एक पीपीपी माडल पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला और उन्हें सुझाव दिया कि पड़ोसी राज्य बिहार की तरह यदि हम यहां भी एक पीपीपी माडल पर काम करें तो यह काफी बेहतर होगा। हमें उनकी तरफ से कुछ सकारात्मक जवाब आने की उम्मीद है।