बलरामपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलसंकट और अराजकता सहित अन्य समस्याओं के अभिशाप से आजादी दिलाई है।
शनिवार को बलरामपुर में ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश आजादी के बाद से लगातार उपेक्षित था इसलिए यहां गरीबी और पिछड़ापन था। उन्होंने कहा, “1972 में सरयू नहर परियोजना को मंजूरी मिली थी। लेकिन तब से ये परियोजना पूरी नहीं हो पाई। कारण था, तत्कालीन सरकार, चाहे वो कांग्रेस, सपा या बसपा की रही हो, लेकिन किसी ने रुचि नहीं ली। नतीजा 40 वर्ष में परियोजना आधी भी पूरी नहीं हो पाई थी।”
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों ने कभी सपना भी नहीं देखा था कि उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। ऐसे क्षेत्रों में आज सरयू नहर परियोजना के माध्यम से किसानों को एक ऐतिहासिक सौगात मिली है। लाखों किसानों के सपने सच हुए हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 40 साल से ये सरयू नहर परियोजना लंबित थी। लेकिन प्रधानमंत्री जी ने ये तय किया था कि जो भी परियोजनाएं लंबित हैं उन्हें पूरा कर किसानों के जीवन में खुशहाली लाना है। ऐसे ही बाण सागर परियोजना दशकों से लंबित थी जो पूरी हुई।