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पूर्वोत्तर में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग

 

नई दिल्ली,  असम तथा पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के सांसदों ने वहां आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग को लेकर संसद भवन परिसर में बुधवार को प्रदर्शन किया। सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने प्रदर्शन और नारेबाजी की। असम के ढुब्री से ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट  के सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा पूरा असम बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है।

लाखों घर बर्बाद हो गये हैं। 70 लोगों की मौत हो चुकी है। करीमगंज से एआईयूडीएफ के सांसद राधेश्याम विश्वास ने कहा कि असम में 1966 के बाद यह सबसे बड़ी बाढ़ है। सोलह जिले बाढ़ की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को हर साल आने वाली बाढ़ का स्थायी समाधान ढूंढ़ना चाहिए। साथ ही इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर ज्यादा राशि राहत के लिए दी जानी चाहिए।

ज्ञात रहे कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय कमेटी ने  अरूणाचल प्रदेश को 103.30 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करने को मंजूरी दी जिसमें राष्ट्रीय आपदा राहत निधि  से 81.6 9 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय ग्रामीण पेय जल कार्यक्रम  से 21.61 करोड़ रुपये शामिल हैं। समिति ने नगालैंड के लिए 28.60 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करने को मंजूरी दी, जिसमें राष्ट्रीय आपदा राहत निधि  से 25.89 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम  से 2.71 करोड़ रुपये शामिल हैं।