मुंबई, अभिनेता आदिल हुसैन का कहना है कि आजकल ज्यादातर फिल्मकार कुछ नई या अलग कहानी पर मेहनत करने के बजाय व्यावसायिक सफलता के लिए फिल्म बनाने के बने बनाए फार्मूले पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आदिल ने गुरुवार को यहां कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि गीत और नृत्य हमारी भारतीय कहानी का अभिन्न अंग रहे हैं। लेकिन, इसका एक अच्छी कहानी के साथ संतुलन होना चाहिए।
इन दिनों फिल्मकार फिल्मों के सभी तत्वों का अच्छे तरीके से इस्तेमाल करने के लिए की जाने वाली कड़ी मेहनत से बच रहे हैं। उन्होंने कहा, इसके उलट, वे फिल्म की व्यावसायिक सफलता के लिए शॉर्टकट का इस्तेमाल कर रहे हैं। चूंकि, बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्में चल रही हैं, इसलिए उन्होंने इस फार्मूले को पकड़ लिया है और इसी पर टिके हुए हैं।
आदिल की आने वाली फिल्म का नाम मुक्ति भवन है। उन्होंने इस फिल्म से जुड़े एक कार्यक्रम में यह बातें कहीं। कार्यक्रम में फिल्म के निदेशक शुभाशीष भूटियानी, निर्माता संजय भूटियानी और अभिनेता ललित बहल, गीतांजलि कुलकर्णी, पालोमी घोष और नवनिंद बहल ने भाग लिया। आदिल का कहना है कि पटकथा चुनने का उनका मानदंड किरदार पर निर्भर करता है। मुक्ति भवन 7 अप्रैल को रिलीज होगी।