नई दिल्ली, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही डिजाइन और विकसित पोर्टेबल टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल हथियार प्रणाली की प्रौद्योगिकी दृष्टि से श्रेष्ठता साबित करने के उद्देश्य से कई सफल फायरिंग परीक्षण किए हैं।
इस हथियार प्रणाली के शनिवार को राजस्थान की पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में वारहेड उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए। परीक्षण के दौरान मिसाइल हथियार प्रणाली ने अचूक प्रदर्शन किया और वह सभी कसौटियों पर खरी उतरी।
यह प्रणाली दिन और रात में हमले करने की क्षमता रखती है और मुख्य युद्ध टैंको से लोहा लेने में सक्षम है। यह हथियार प्रणाली अब अंतिम उपयोगकर्ता मूल्यांकन परीक्षणों के लिए तैयार है इसके बाद इसे सेना में शामिल किया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रणाली के सफल परीक्षणों के लिए डीआरडीओ और सेना की सराहना की है और इसे उन्नत प्रौद्योगिकी-आधारित रक्षा प्रणाली के विकास में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी परीक्षणों से जुड़ी टीमों को बधाई दी।