बरेली, देश में पोल्ट्री फार्मिंग को पेशा बनाने के प्रति युवक युवतियों की दिलचस्पी में लगातार इजाफा हो रहा है। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) इज्जतनगर में चले रहे कुक्कुट पालन प्रबंधन के ऑनलाइन प्रशिक्षण में बैकयार्ड मुर्गी पालन, बटेर पालन, टर्की पालन, गिनी फाउल पालन, अंडा और मांस उत्पादन के लिए मुर्गी पालन, पोल्ट्री आवास व्यवस्था, चूजों की देखभाल, मुर्गी दाना तैयार करना, संस्थान में विकसित विभिन्न प्रजातियां, पोल्ट्री वेस्ट से बायोगैस तैयार करना, मुर्गियों के रोग, उपचार, टीकाकरण, पोल्ट्री फार्म जैव सुरक्षा, हेचरी प्रबंधन, पोल्ट्री प्रोडक्ट तैयार करना, पोल्ट्री फाइनेंस आदि के संबंध में जानकारी दी गयी ।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के 12 राज्यों के प्रतिभागियों ने कुक्कुट पालन की जानकारी हासिल की है। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मणिपुर राज्य के 82 युवक और युवतियों ने प्रतिभाग किया था। डॉ. एमपी सागर ने सभी को फार्मिंग में किसी तरह की दिक्कत होने पर संपर्क करने का सुझाव दिया। समापन कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. अशोक तिवारी ने कहा कि पोल्ट्री फार्मिंग में तेजी से बढ़ रही युवाओं की रुचि बढ़ रही है। पोल्ट्री फार्मिंग के प्रति युवक लगातार अध्ययन कर रहे है। बड़ी संख्या में युवक और युवतियों केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में पोल्ट्री फार्मिंग की जानकारी के लिए आते रहते हैं।
प्रधान वैज्ञानिक और तकनीकी प्रसार अनुभाग के अध्यक्ष डॉ. एमपी सागर ने मुख्य अतिथि निदेशक डॉ. ने अशोक तिवारी समेत वैज्ञानिकों, सभी प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत किया। डॉ. अशोक ने प्रशिक्षणार्थियों को पोल्ट्री फार्म स्थापित करने में संस्थान से सहयोग का आश्वासन दिया। समापन पर प्रश्नोत्तर सत्र में वैज्ञानिकों ने प्रशिक्षणार्थियों के सवालों के जवाब दिए रामपुर और बरेली नाबार्ड के डीडीएम डीके मिश्र ने नाबार्ड से संचालित योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान डॉ. राजनारायण, डॉ. जगवीर त्यागी आदि मौजूद रहे। संस्थान के निदेशक डॉ. अशोक तिवारी ने 12 राज्यों से शामिल प्रशिक्षणार्थियों के उत्साह की सराहना की।