मुंबई, फिल्म सेंसर ने लिपस्टिक अंडर माई बुर्का को इसके यौन दृश्यों और अपमानजनक शब्दों की वजह से प्रमाणित करने से मना कर दिया है। फिल्म की निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने इस फैसले को महिलाओं के अधिकार पर हमला कहा है। फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह ने भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म में देश के एक छोटे शहर की अलग उम्र की चार महिलाओं के जीवन को दिखाया गया है, जिसमें वे कई तरह की आजादी की तलाश करती हैं।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को दिए गए पत्र की प्रति में कहा गया है, फिल्म की कहानी महिला केंद्रित और जीवन के बारे में उनकी कल्पनाओं पर आधारित है। इसमें लगातार यौन दृश्य, अपमानजनक शब्दों, अश्लील ऑडियो और समाज के एक खास तबके प्रति एक थोड़ी संवेदनशील है। इस वजह से फिल्म को अस्वीकृत किया जाता है। ग्लासगो फिल्म समारोह में फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। ग्लासगो में मौजूद अंलकृता श्रीवास्तव ने कहा, मैं सीबीएफसी के फिल्म के प्रमाणित करने से इनकार करने पर पराजित या निराश नहीं हूं।