नयी दिल्ली, ग्रामीण विकास के लिए परिणाम आधारित दृष्टिकोण पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए देश में पर्याप्त संसाधन हैं और राजकाज के बेहतर संचालन से इस मामले में वांछित परिणाम हासिल किये जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत के टिकाऊ विकास के लिए, लोगों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई योजनाओं को अद्यतन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए लागू किया जाना चाहिये।
समाज सुधारक नानाजी देशमुख की जन्मशती तथा समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की 115 वीं वर्षगांठ के मौके पर यहां जुटे जनसमूह को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि अगर किसी योजना को उसकी मूल भावना अथवा विचार से भटके बिना लागू किया जाये तो वह सफल होगा।
मोदी ने कहा कि योजना परिणाम आधारित होनी चाहिये न कि यह देखा जाना चाहिये कि इसमें कितना धन दिया गया अथवा कितना आवंटन हुआ । जिस मूल भावना के साथ इस योजना की परिकल्पना की गई उसका विलोप अथवा उससे भटका नहीं जाना चाहिये और हमें परियोजना को पूरा करने की समयसीमा को भी ध्यान में रखना होगा।