कानपुर, परिवर्तन रैली को सम्बोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 को कानपुर आयेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जहां जिला व पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं, तो वहीं किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। रैली में डॉक्टरों के साथ एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। खास बात यह है कि निजी एम्बुलेंस के साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही समाजवादी एम्बुलेंस भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार 19 दिसंबर को कानपुर आ रहे हैं। वह परिवर्तन रैली को सम्बोधित करेंगे। जिला व पुलिस प्रशासन ने रैली को सफल बनाने के लिए जी तोड़कर मेहनत भी की है। वहीं रैली में किसी भी प्रकार की परिस्थितियां बिगड़ती हैं तो उसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेगी। सीएमओ रामायण प्रसाद यादव ने बताया कि रैली में वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहेंगे लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से प्राइवेट व समाजवादी एम्बुलेंस की कई गाड़िया भी मौजूद होगी। शहर के नजदीक सीएचसी पीएचसी और जिला अस्पताल के वार्ड को खाली कर इमरजेंसी के लिए रखा गया है। उर्सला में एक वीआईपी वार्ड भी बनाया गया है। परिवर्तन रैली को मद्देनजर रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी अलर्ट हो गई हैं। किन-किन जगहों पर एम्बुलेंस और डॉक्टरों की उपस्थिति रहेगी इसका पूरा खाका बनाकर भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने सीएमओ को पत्र भेजा है।
सीएमओ ने बताया कि इस रैली के लिए नोडल अधिकारी डॉ. पाठक को बनाया गया है तथा दो फीजिशियन, आर्थोंपैडिक, सर्जन और समेत अन्य कई रोगों के वरिष्ठ डॉक्टर रैली में उपस्थित रहेंगे। सीएमओ के मुताबिक लखनऊ से पांच डॉक्टरों की टीम और जिले के डॉक्टरों की दस टीम रैली में उपस्थित रहेगी। रैली का कार्यभार संभाल रहे प्रभारी डॉ. पाठक की माने तो लखनऊ से आ रही स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी एम्बुलेंस में मौजूद रहेंगी। इस रैली में 30 एम्बुलेंस लगाई गई हैं, जिसमें 10 प्राइवेट और 20 समाजवादी एम्बुलेंस को लगाया गया है। प्रत्येक एम्बुलेंस में 4-4 डॉक्टरों की मौजूदगी अनिवार्य है तथा ड्रेंसिग किट से लेकर सभी मर्ज की अतिरिक्त दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर, एम्बुलेंस में रहेगा। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, 19 दिसंबर के दिन का मौसम ठीक होने की बात कही जा रही है। अगर मौसम खराब होता है और रैली में प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग से आना पड़ा तो स्कॉट के पीछे चार एम्बुलेंस होगी। स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर केन्द्र से लेकर प्रदेश सरकार सजग है। मरीजों को लाने-ले जाने के लिए जहां सड़क पर 108 समाजवादी एम्बुलेंस दौड़ाई जा रही है। साथ ही परिवर्तन रैली के लिए इन्हीं एम्बुलेस को रैली में लगाया गया है। मौजूद एम्बुलेंस को लेकर डॉ पाठक ने कहा कि अगर कार्यक्रम के दौरान कोई भी एम्बुलेंस खराब होती है और उसमें धक्का लगाना पड़ेगा तो इसके जिम्मेदार एम्बुलेंस प्रभारी होंगे।