प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं देशवासियों से कहना भी चाहता हूं कि 30 सितंबर तक की ये योजना है, इसको एक आखिरी मौका मान लीजिए। मैंने बीच में हमारे सांसदों को भी कहा था कि 30 सितंबर के बाद अगर किसी नागरिक को तकलीफ हो, जो सरकारी नियमों से जुड़ना नहीं चाहता है, तो उनकी कोई मदद नहीं हो सकेगी। 30 सितंबर के बाद ऐसा कुछ भी ना हो, जिससे आपको कोई तकलीफ हो। इसलिए भी मैं कहता हूं, अच्छा होगा कि 30 सितंबर के पहले आप इस व्यवस्था का लाभ उठाए और 30 सितंबर के बाद संभावित तकलीफों से अपने-आप को बचा लें।
पीएम मोदी ने कहा, ‘एक जमाना था, जब टैक्स इतने ज्यादा हुआ करते थे कि टैक्स की चोरी करना स्वभाव बन गया था। एक जमाना था, विदेश की चीजों को लाने के संबंध में कई बाधाएं थीं, तो तस्करी भी उतनी ही बढ़ जाती थी। पर धीरे-धीरे वक्त बदलता गया है। अब करदाता को सरकार की कर-व्यवस्था से जोड़ना अधिक मुश्किल काम नहीं है, लेकिन फिर भी पुरानी आदत नहीं जाती है… मैं आज आपसे आग्रह करना चाहता हूं कि हम स्वयं अपनी आय के संबंध में, अपनी संपत्ति के संबंध में, सरकार को अपना सही-सही ब्योरा दें।
उन्होंने कहा, ‘मैंने ये भी वादा किया है कि स्वेच्छा से जो अपनी मिल्कियत के संबंध में, अघोषित आय के संबंध में सरकार को अपनी जानकारी दे देंगे, सरकार उनकी किसी भी प्रकार की जांच नहीं करेगी। इतना धन कहां से आया, कैसे आया – एक बार भी पूछा नहीं जाएगा। इसलिए मैं कहता हूं कि अच्छा मौका है कि आप एक पारदर्शी व्यवस्था का हिस्सा बन जाइए।’