नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर नेशनल मेमोरियल का शिलान्यास किया। यह मेमोरियल 2018 में पूरा होगा। इस मौके पर उन्होंने डॉ. अंबडेकर मेमोरियल लेक्चर के दौरान बाबा साहेब को याद कर कहा कि दुख की बात है कि 60 साल में इस पर काम नहीं हुआ। 2004 में वापजेयी जी ने स्मारक की आधारशिला रखी थी। बाद की सरकार ने इस पर काम नहीं किया।
उन्होने कहा कि वह मानवीय मूल्यों के रखवाले थे। उन्होंने समाज के एकीकरण का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को सीमित करना गलत है। उन्हें भारत की सीमाओं में बांधना गलत है। वह किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं थे इसलिए उन्हें दलितों का मसीहा कहकर सीमित नहीं किया जाना चाहिए। बाबा साहेब ने अमानवीय घटना के खिलाफ आवाज उठाई । वह हर पीड़ित की आवाज थे और मानवीय मूल्यों के रखवाले थे। हमें बाबा साहेब के सपनों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि उनके सपनों को पूरा करने में ढिलाई नहीं बरतें। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अंबेडकर मेमोरियल के लिए साठ साल इंतजार करना पड़ा। हो सकता है कि ये मेरे ही भाग्य में लिखा होगा।
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